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खुदरा वाहन बिक्री में अक्टूबर में 7.83 प्रतिशत गिरावट : फाडा

खुदरा वाहन बिक्री में अक्टूबर में 7.83 प्रतिशत गिरावट : फाडा

नई दिल्ली
घरेलू बाजार में खुदरा वाहन बिक्री अक्टूबर में सालाना आधार पर 7.73 प्रतिशत गिरकर 21,17,596 इकाई रह गई। फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (फाडा) नेयह जानकारी देते हुए कहा कि मुख्य रूप से श्राद्ध की अवधि में दोपहिया वाहनों की खरीद गिरने के कारण नई खरीदारी प्रभावित हुई है।

फाडा ने एक बयान में कहा कि अक्टूबर, 2022 में घरेलू बाजार में खुदरा वाहन बिक्री 22,95,099 इकाई रही थी। फाडा द्वारा हाल ही में जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले महीने दोपहिया वाहनों की खुदरा बिक्री 12.60 प्रतिशत घटकर 15,07,756 इकाई रही, जो पिछले साल अक्टूबर में 17,25,043 इकाई थी। इसी तरह, यात्री वाहन खंड में भी अक्टूबर में खुदरा बिक्री 1.35 प्रतिशत गिरकर 3,53,990 इकाई रही, जो अक्टूबर, 2022 में 3,58,884 इकाई रही थी।

दूसरी ओर, तिपहिया वाहनों की बिक्री अक्टूबर में 45.63 प्रतिशत बढ़कर 1,04,711 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 71,903 इकाई थी। ट्रैक्टर की खुदरा बिक्री भी अक्टूबर में 6.15 प्रतिशत बढ़कर 62,440 इकाई हो गई, जो अक्टूबर, 2022 में 58,823 इकाई थी। इस साल अक्टूबर में वाणिज्यिक वाहनों की खुदरा बिक्री 10.26 प्रतिशत बढ़कर 88,699 इकाई हो गई, जबकि एक साल पहले इसी महीने में यह 80,446 इकाई थी।

फाडा के अध्यक्ष मनीष राज सिंघानिया ने कहा, “इस महीने में अशुभ माना जाने वाला श्राद्ध काल 14 अक्टूबर तक रहा। नतीजतन, यह आंकड़े भारतीय वाहन खुदरा क्षेत्र में वृद्धि के वास्तविक प्रक्षेपवक्र को सटीक रूप से नहीं दिखाते हैं।” फाडा के आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर के पहले 15 दिन में (श्राद्ध का समय) सालाना आधार पर आठ प्रतिशत की गिरावट देखी गई, लेकिन पूरे महीने की तुलना करने पर 13 प्रतिशत की वृद्धि दिखती है, जो “अच्छी बाजार मांग का संकेत है।”

भारत कोकिंग कोयले का निर्यात बाजार बना रहेगा : उद्योग निकाय आईएसए

नई दिल्ली
 भारत निकट भविष्य में भी सबसे बड़ा कोकिंग कोयला निर्यात गंतव्य बना रहेगा। भारतीय इस्पात संघ (आईएसए) ने यह उम्मीद जताते हुए कहा है कि कीमतों में बढ़ोतरी का सबसे ज्यादा असर घरेलू इस्पात उद्योग पर पड़ रहा है। कोकिंग कोयला एक प्रमुख कच्चा माल है जिसका उपयोग इस्पात के निर्माण के लिए किया जाता है।

आईएसए के अध्यक्ष दिलीप उम्मेन ने कहा कि भारतीय इस्पात उद्योग विभिन्न प्रौद्योगिकियों का उपयोग करके कोकिंग कोयले के उपयोग के लिए स्थायी रास्ते तलाशने के तरीके और साधन ढूंढ रहा है। हालांकि, यह एक लंबी यात्रा है। वह दिल्ली में आईएसए कोकिंग कोयला सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, “निकट भविष्य में भारत कोकिंग कोयला निर्यात का सबसे बड़ा गंतव्य बना रहेगा। घरेलू इस्पात उद्योग की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि और चीन के अपने संसाधनों पर अधिक निर्भर रहना इसके प्रमुख कारण हैं।”

लुफ्थांसा ने बेंगलुरु से म्यूनिख की सीधी उड़ानें शुरू कीं

बेंगलुरु
 लुफ्थांसा समूह ने   बेंगलुरु से जर्मनी स्थित म्यूनिख के लिए सीधी उड़ानें शुरू कर दीं। कोविड महामारी के बाद लुफ्थांसा ग्रुप नेटवर्क पर बेंगलुरु को पहले गंतव्य के रूप में चुना गया था।

समूह ने एक बयान में कहा, “दिल्ली और मुंबई के साथ बेंगलुरु तीसरा भारतीय शहर है जहां यात्रियों के लिए लुफ्थांसा ने म्यूनिख से सीधा संपर्क जोड़ा है।” समूह ने कहा कि यह जनवरी, 2024 तक भारत और यूरोप के बीच 64 साप्ताहिक उड़ानों का संचालन करेगा।

कंपनी ने कहा, “यह बेंगलुरु-म्यूनिख सेवा भारतीय बाजार के लिए लुफ्थांसा की मजबूत प्रतिबद्धता दिखाती है क्योंकि भारत में लुफ्थांसा समूह की क्षमता अब कोविड महामारी से पहले के स्तर से अधिक है।”

 

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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