रायपुर-छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव दो चरणों में पूरा हुआ। दोनों चरण चुनाव के लिए मतगणना 3 दिसंबर को होगी। इसके लिए प्रदेश के 33 जिलों में चुनाव आयोग ने तैयारी कर ली है। 1181 प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला 3 तारीख को होना है। मतगणना के लिए सभी विधानसभा क्षेत्र के लिए 14 टेबल लगाए गए हैं। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से कवर्धा में सबसे अधिक 30 चक्रों में मतगणना होगी। इसके बाद कसडोल में 29 चक्र होंगे। वहीं सबसे कम मनेंद्रगढ़ और भिलाई नगर में 12 चक्रों में मतगणना होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी रीना बाबासाहेब कंगाले ने बताया कि मतों की गिनती सुबह आठ बजे से शुरू होगी, जिसमें सबसे पहले सेवा मतदाताओं के मतों की गणना होगी। सबसे पहले ईटीपीबीएस (इलेक्ट्रानिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलैट सिस्टम) से प्राप्त मतों के क्यूआर कोड की स्कैनिंग की जाएगी। उसके बाद डाक मतपत्रों की गिनती शुरू होगी। साढ़े आठ बजे के बाद सभी टेबलों पर एक साथ मतगणना शुरू होगी। 1181 अभ्यर्थियों के राजनीतिक भाग्य का फैसला 7 और 17 नवंबर को ईव्हीएम में बंद हुआ था। आने वाले 3 दिसंबर को मतों की गिनती के साथ ही इनके परिणाम
आएंगे। कंगाले ने बताया कि कड़ी सुरक्षा के बीच मतगणना केन्द्रों में होने वाली मतों की गिनती के दौरान बिना प्राधिकार पत्र के किसी भी व्यक्ति को मतगणना कक्ष में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। मतगणना के दौरान अभ्यर्थी किसी भी टेबल पर जाकर मतगणना को देख सकेंगे जबकि अभ्यर्थी के अभिकर्ता सिर्फ निर्धारित टेबल पर ही मतगणना का निरीक्षण करेंगे। मतगणना की पूरी कार्यवाही मतगणना प्रेक्षक और सामान्य प्रेक्षक की उपस्थिति और निगरानी में होगी। इस दौरान हर एक राउंड की खत्म होने पर अभ्यर्थी या उनके अभिकर्ता की उपस्थिति और प्रेक्षक की निगरानी में रैंडम आधार पर किसी दो कंट्रोल यूनिट की जांच की जाएगी।
मतदान के बाद ईवीएम को सभी जिला मुख्यालयों में स्ट्रांग रूम में त्रिस्तरीय सुरक्षा घेरे में रखा गया है। पूरी मतगणना प्रक्रिया की रिकार्डिंग भी रखी जाएगी। इस दौरान प्रेक्षक और रिटर्निंग ऑफिसर को छोड़कर मतगणना कक्ष में किसी को भी मोबाइल ले जाने की अनुमति नहीं होगी। इसके अलावा कोई भी अन्य व्यक्ति अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरण जैसे आईपेड, रिकार्डर, वीडियो कैमरा जैसे अन्य उपकरण नहीं ले जा सकेंगे।