
रायपुर-विधायक दल की बैठक में तीनो पर्यवेक्षकों दुष्यंत गौतम, सर्बानंद सोनोवाल, और अरुण मुंडा की उपस्थिति में आदिवासी समुदाय से आने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री के रूप में चुन लिया गया.मुख्यमंत्री की दौड़ में विष्णुदेव साय,रेणुका सिंह,अरुण साव और रामविचार नेताम शामिल थे.राज्य के अगले मुख्यमंत्री को लेकर अनिश्चितता को खत्म करते हुए भाजपा के नवनिर्वाचित 54 विधायकों की अहम बैठक में विष्णु देव साय के नाम पर मुहर लगा दी गई.राज्य की आबादी में आदिवासी समुदाय की हिस्सेदारी 32 फीसदी है और भाजपा ने इस बार अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित 29 सीट में से 17 सीट जीती हैं. भाजपा ने 2018 में आदिवासियों के लिए आरक्षित सीट में केवल तीन सीट जीती थीं. उसने इस बार आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग में सभी 14 सीट पर जीत हासिल की है.भाजपा ने इस बार आदिवासी बहुल सरगुजा संभाग में सभी 14 सीट पर जीत हासिल की है.छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 90 में से 54 सीट जीती हैं. वहीं 2018 में 68 सीट जीतने वाली कांग्रेस 35 सीट पर सिमट गई है. गोंडवाना गणतंत्र पार्टी (जीजीपी) एक सीट जीतने में कामयाब रही.साय चार बार सांसद,तीन बार विधायक,प्रदेश अध्यक्ष और केन्द्रीय राज्यमंत्री रह चुके है.विधायक दल की बैठक में इनके नाम का प्रस्ताव रमन सिंह ने रखा था.सभी ने विष्णु देव साय के नाम पर सर्वसम्मति प्रकट की.