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इजराइल ने हमास पर किया भीषण हमला, बीते 24 घंटों के दौरान 133 फिलिस्तीनियों की मौत

तेलअवीव

अक्टूबर महीने की 7 तारीख को इजरायल में घुसकर फिलिस्तीन के चरमपंथी संगठन हमास के भीषण हमले के बाद इजरायली डिफेंस फोर्सज (IDF) का जवाबी पलटवार जारी है. गाजा पट्टी में घुसी इजरायल की सेना ने कोहराम मचा रखा है.

गाजा पट्टी में इजरायल की ओर हवाई हमलें और तोपों से गोले दागे जा रहे हैं, जिसके कारण रविवार को कम से कम 133 फिलिस्तीनी मारे गए और कई अन्य घायल हो गए।

चिकित्सा विभाग से जुड़े एक फिलिस्तीनी सूत्र ने चीन की न्यूज एजेंसी शिन्हुआ को बताया कि पिछले दिन इजरायली हमलों में मारे गए कम से कम 133 फिलिस्तीनियों के शव गाजा पट्टी के अस्पतालों में लाए गए थे, जिनमें से 45 की पुष्टि मध्य गाजा के अल-अक्सा अस्पताल में की गई। सुरक्षा सूत्रों और प्रत्यक्षदर्शियों ने शिन्हुआ को बताया कि इजरायली युद्धक विमानों ने मध्य गाजा पट्टी में नुसीरात, अल-मगाजी और अल-जवैदा शरणार्थी शिविरों पर एक साथ हमले किए।

दो महीने से अधिक वक्त से जारी इस जंग में हालात इस कदर बिगड़ चुके हैं कि गाजा के अस्पतालों ने हाथ खड़े कर दिए हैं और हालात को नियंत्रण से बाहर बताया है. बीबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिणी गाजा में जारी भीषण युद्ध के बीच खान यूनिस के नासिर अस्पताल के डॉक्टरों का कहना है कि मृतकों और घायलों की संख्या इतनी अधिक है कि 'हालात पर नियंत्रण' खत्म हो गया है. उनके मुताबिक, अस्पताल में क्षमता से कहीं अधिक संख्या में हताहत पहुंच रहे हैं.

जमीन और कॉरिडोर में हो रहा मरीजों का इलाज

अस्पताल के निदेशक नाहेद अबु तायमा ने बताया, "सैकड़ों की संख्या में घायल और मृतक अस्पताल पहुंच रहे हैं. खान यूनिस में इजरायल की लगातार बमबारी के बीच हम जमीन पर और अस्पताल के कॉरिडोर में घायलों का इलाज करने को बाध्य हो रहे हैं. हमारे पास मेडिकल सप्लाई भी कम है."

फिलिस्तीन क्षेत्र के 10 में से 9 लोगों को रोज नहीं मिल रहा भोजन
इस बीच यूएन वर्ल्ड फूड प्रोग्राम के डिप्टी डायरेक्टर कार्ल स्काउ ने कहा कि फिलस्तीनी क्षेत्र के 10 में से नौ लोगों को हर दिन भोजन नहीं मिल पा रहा है और आधी आबादी भुखमरी की शिकार है. जबालिया कैंप में लोग कई दिनों से भूखे प्यासे हैं और वहां के हालात बेहद ख़राब हो गए हैं.

आईडीएफ भी कर रही राहत सामग्री पहुंचाने में मदद
इस बीच इजराइली सेना के प्रवक्ता ने कहा है कि वो गाजा पट्टी में मानवीय सहायता पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. इसराइली डिफेन्स फोर्सेस के एक प्रवक्ता लेफ्टिनेन्ट कर्नल रिचर्ड हेच ने कहा, "हम और बॉर्डर क्रासिंग को भी खोल रहे हैं, ताकि अधिक संख्या में राहत सामग्री लेकर ट्रक गाजा पट्टी तक पहुंच सकें." उन्होंने कहा कि सीमा पार करने वाले सभी ट्रकों की पूरी जांच की जा रही है. इजरायल से जुड़ी केरेम शैलोम क्रासिंग पर सामानों की जांच का सिस्टम लगा दिया गया है.

बीते 24 घंटों में क्या हुआ?

ख़ान यूनिस को इजराइली टैंकों ने दो तरफ से घेर रखा है. इजरायली सेना का कहना है कि यहां घरों और सुरंगों में लड़ाई हो रही है. गाजा में अगवा किए गए एक बंधक की मौत की उनके किबुत्ज ने पुष्टि की है. बंधक को छुड़ाने की इजरायली सेना असफल कोशिश की थी. मारे गए बंधक का नाम सहर बारूच है और परिजनों ने उनके शव को वापस लाने की मांग की है. इजराइली सेना ने कहा है कि उत्तरी गाजा में हमास के लड़ाकों के साथ भीषण लड़ाई जारी है. 

गाजा में तत्काल युद्ध विराम के प्रस्ताव पर अमेरिका ने लगाया वीटो
गाजा पट्टी में हमास के खिलाफ जारी जंग में तत्काल युद्ध विराम को लेकर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वोटिंग के दौरान अमेरिका ने वीटो लगा दिया है. ब्रिटेन ने वोटिंग से एब्स्टेन किया. इसकी वजह से जंग को रोकने की संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की कोशिश विफल रही है.

आम लोगों के बीच छिप कर हमला कर रहे हैं हमास के लड़ाके
इजरायल ने एक बार फिर हमास पर आरोप लगाया है कि वो “आम इमारतों” में छिपकर उसकी सेना पर हमले कर रहा है. उसका कहना है कि हमास के लड़ाकों ने उत्तरी गाजा में संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी यूएनआरडब्ल्यूए के स्कूल और बेत हनॉन में एक मस्जिद का इस्तेमाल उस पर हमला करने के लिए किया है.

गाजा में 17000 से अधिक लोगों की मौत
न्यूज एजेंसी आईएएनएस की एक रिपोर्ट के मुताबिक गाजा पट्टी में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि इजरायली सेना घायल फिलिस्तीनियों को अस्पतालों में ले जाने की अनुमति नहीं दे रही है स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता अशरफ अल केदरा ने कहा कि इजरायली सेना उन क्षेत्रों से घायलों और शहीदों को निकालने के लिए एम्बुलेंस के आगमन को रोक रही है, जहां उसके सैन्य बल मौजूद हैं. घायलों का खून बह रहा है और उन्हें अस्पताल ले जाने की अनुमति नहीं है.

बयान में कहा गया है कि पिछले घंटों के दौरान केवल 313 लोगों के शव और केवल 558 घायल लोग ही अस्पतालों में पहुंचे और बड़ी संख्या में पीड़ित अभी भी मलबे के नीचे और सड़कों पर हैं. प्रवक्ता ने कहा कि इजरायली आक्रमण की शुरुआत के बाद से इजरायली आक्रमण में मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,487 हो गई है. इजरायली आक्रमण के शिकार 70 फीसदी बच्चे और महिलाएं हैं. 

स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार करने का आरोप
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने आरोप लगाया है कि इजरायली सेना अभी भी गाजा पट्टी से 36 स्वास्थ्य कर्मियों को गिरफ्तार कर रही थी, जिसमें अल-शिफा अस्पताल के महानिदेशक डॉ. मुहम्मद अबू सल्मिया भी शामिल हैं। मंत्रालय के प्रवक्ता ने आगे कहा, दक्षिण में स्वास्थ्य की स्थिति बेहद विनाशकारी है. अस्पतालों ने विभागों और गहन देखभाल में अपनी क्षमता खो दी है. वहां ऑक्युपेंसी 262 प्रतिशत तक पहुंच गई है. बयान में कहा गया है कि ब्लड बैंकों ने बल्ड यूनिटों के लिए वायरस परीक्षण खो दिया है, और बल्ड यूनिटों को परीक्षण के बिना स्थानांतरित किया जा रहा है.

प्रवक्ता ने कहा, हम अंतरराष्ट्रीय संस्थानों से उत्तरी गाजा में शिफा मेडिकल कॉम्प्लेक्स और अस्पतालों को सुरक्षा, दवाएं और ईंधन प्रदान करने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने का आह्वान करते हैं ताकि चिकित्सा टीमें उन्हें फिर से शुरू कर सकें और घायलों और बीमारों को बचा सकें. आपको बता दें कि इजरायल में घुसकर हमास के हमले के बाद अभी तक कम से कम करीब 1450 इजरायली नागरिकों के मारे जाने के दावे किए जा रहे हैं.

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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