21 देशों की नदियों के जल से उज्जैन में होगा भगवान महाकाल का अभिषेक
उज्जैन
कालिदास संस्कृत अकादमी में 15 से 17 दिसंबर तक यूनाइटेड कंशियसनेस कान्क्लेव का आयोजन होगा। इसमें शामिल होने आ रहे 21 देशों के प्रतिनिधि अपने देश की नदियों का जल लेकर आएंगे। उस जल से भगवान महाकाल का अभिषेक किया जाएगा। भगवान महाकाल को अर्पित जल एकत्रित कर उस जल से मोक्षदायिनी शिप्रा का अभिषेक होगा।
डा. विक्रांत सिंह तोमर ने बताया कि योग पर आयोजित होने वाले इस कान्क्लेव का शुभारंभ 15 दिसंबर को दोपहर 12 बजे डा. विनय सहस्त्रबुद्धे के मुख्य आतिथ्य में होगा। 17 दिसंबर को समापन समारोह के मुख्य अतिथि कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गेहलोत होंगे। तीन दिन तक सुबह 9 से रात 8 बजे तक आठ सत्रों में अतिथि अपने विचार व्यक्त करेंगे। प्रत्येक सत्र के बाद प्रश्नोत्तरी का कार्यक्रम रहेगा।
कार्यक्रम में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन अनिवार्य
कालिदास अकादमी के पं. सूर्यनारायण संकुल में उद्बोधन सत्र चलेंगे। वहीं कालिदास अकादमी भवन में योग का प्रैक्टिकल कराया जाएगा। कार्यक्रम में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है। शहर के लोग महाकाल वाणिज्य स्थित अक्षरा किड्स एकेडमी में रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं।
बौद्धिक सत्र को ये करेंगे संबोधित
तीन दिवसीय आयोजन में विभिन्न बौद्धिक सत्र को संबोधित करने के लिए देश-विदेश से 21 विद्वान आ रहे हैं। इनमें डा. एचआर नागेंद्र, स्वामी सूर्यानंद सरस्वती, पद्मश्री सतगुरु अमृत सूर्यानंद, स्वामीनाथन गुरुमूर्ति, डा. रामास्वामी बालसुब्रह्मण्यम, आचार्य विवेक गुप्ता, साध्वी भगवती सरस्वती, डा. हिमांशु राय, गौरांगदास प्रभु, एमी ब्लेसिओ, योगी आंद्रेहल आदि शामिल हैं।