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खेल जगत

जापानी विश्व बैडमिंटन चैम्पियन ने भारत में खराब अनुभव की दास्तां सुनाई, बीएआई ने कहा दुर्भाग्यपूर्ण

नई दिल्ली
पूर्व विश्व चैम्पियन और ओलंपिक पदक विजेता नोजोमी ओकुहारा ने हाल ही में भारत यात्रा का अपना खराब अनुभव साझा किया जहां दिल्ली के एक कैब ड्राइवर ने उन्हें चूना लगाया और ओडिशा के कटक में होटल में उन्हें कमरे के लिये चार घंटे तक इंतजार करना पड़ा।

28 वर्ष की ओकुहारा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फैंसनेट डॉट जेपी पर लिखा कि दिल्ली हवाई हड्डे पर एक कैब ड्राइवर ने उन्हें परेशान किया और चूना लगाया। उन्होंने लिखा कि ओडिशा ओपन के लिये सोमवार को कटक पहुंचने पर उन्हें आधिकारिक परिवहन सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई थी। उन्होंने लिखा कि होटल में चेकइन के लिये उन्हें चार घंटे इंतजार करना पड़ा और अभ्यास सत्र के लिये सुबह आठ बजे भी उन्हें बस या कार नहीं मिली थी।
भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) महासचिव संजय मिश्रा ने  कहा कि पूर्व विश्व चैम्पियन और ओलंपिक पदक विजेता नोजोमी ओकुहारा का भारत पहुंचने के बाद खराब अनुभव दुर्भाग्यपूर्ण है और भविष्य में ऐसा नहीं होगा।

उन्होंने स्थानीय आयोजन समिति का बचाव करते हुए कहा कि जापान की इस अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी ने लॉजिस्टिक का ब्यौरा (स्थानीय यात्रा और होटल) देने वाला कोई ईमेल नहीं भेजा वरना ऐसी नौबत नहीं आती।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझ सकता हूं कि ओकुहारा पर क्या गुजरी होगी लेकिन हमें उनकी ओर से होटल या परिवहन को लेकर कोई ईमेल नहीं मिला। यह तकनीकी मसला है और संवादहीनता के कारण हुआ। हमें कोई सूचना नहीं थी।''

ओकुहारा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फैंसनेट डॉट जेपी पर लिखा कि दिल्ली हवाई हड्डे पर एक कैब ड्राइवर ने उन्हें परेशान किया और चूना लगाया। उन्होंने लिखा कि ओडिशा ओपन के लिये सोमवार को कटक पहुंचने पर उन्हें आधिकारिक परिवहन सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई थी। उन्होंने लिखा कि होटल में चेकइन के लिये उन्हें चार घंटे इंतजार करना पड़ा और अभ्यास सत्र के लिये सुबह आठ बजे भी उन्हें बस या कार नहीं मिली थी।

मिश्रा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जब मुझे पता चला तो मैने आयोजकों से बात की और पूरी मदद की गई। वह बड़ी खिलाड़ी है और हमारी मेहमान है। आइंदा से इस तरह की घटना नहीं होगी।''

दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ओकुहारा ने लखनऊ में सैयद मेादी सुपर 300 टूर्नामेंट जीता था। वह रविवार की रात हांगकांग के रास्ते दिल्ली आई। इसके बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर एक अजनबी ने उनका सामान एक ट्रॉली पर रख दिया। फिर एक निजी टैक्सी ड्राइवर ने पास ही के होटल तक पहुंचाने के लिये उबर की तुलना में उनसे दस गुना अधिक पैसा लिया।

आयोजन सचिव निलीन कुमार ने कहा कि उन्होंने होटल में ओकुहारा से मुलाकात की और बीएआई संयुक्त सचिव प्रभाकर राव भी वहां थे। उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों ने बीडब्ल्यूएफ फॉर्म पर होटल के लिये अनुरोध भेजे थे लेकिन ओकुहारा ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं भेजा। इसलिये उनके लिये कमरा बुक नहीं किया गया। बाकी 30 देशों से आये खिलाड़ियों को कोई दिक्कत नहीं हुई और आधिकारिक होटल में नहीं रूकने पर शटल बस नहीं मिलती है।''

भारतीय बैडमिंटन संघ (बीएआई) महासचिव संजय मिश्रा ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि भविष्य में ऐसा नहीं होगा। उन्होंने स्थानीय आयोजन समिति का बचाव करते हुए कहा कि जापान की इस अनुभवी बैडमिंटन खिलाड़ी ने लॉजिस्टिक का ब्यौरा (स्थानीय यात्रा और होटल) देने वाला कोई ईमेल नहीं भेजा वरना ऐसी नौबत नहीं आती।

उन्होंने कहा, ‘‘मैं समझ सकता हूं कि ओकुहारा पर क्या गुजरी होगी लेकिन हमें उनकी ओर से होटल या परिवहन को लेकर कोई ईमेल नहीं मिला। यह तकनीकी मसला है और संवादहीनता के कारण हुआ। हमें कोई सूचना नहीं थी।'' मिश्रा ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है लेकिन जब मुझे पता चला तो मैने आयोजकों से बात की और पूरी मदद की गई। वह बड़ी खिलाड़ी है और हमारी मेहमान है। आइंदा से इस तरह की घटना नहीं होगी।''

दुनिया की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी ओकुहारा ने लखनऊ में सैयद मेादी सुपर 300 टूर्नामेंट जीता था। वह रविवार की रात हांगकांग के रास्ते दिल्ली आई। इसके बाद दिल्ली हवाई अड्डे पर एक अजनबी ने उनका सामान एक ट्रॉली पर रख दिया। फिर एक निजी टैक्सी ड्राइवर ने पास ही के होटल तक पहुंचाने के लिये उबर की तुलना में उनसे दस गुना अधिक पैसा लिया।

आयोजन सचिव निलीन कुमार ने कहा कि उन्होंने होटल में ओकुहारा से मुलाकात की और बीएआई संयुक्त सचिव प्रभाकर राव भी वहां थे। उन्होंने कहा, ‘‘खिलाड़ियों ने बीडब्ल्यूएफ फॉर्म पर होटल के लिये अनुरोध भेजे थे लेकिन ओकुहारा ने ऐसा कोई अनुरोध नहीं भेजा। इसलिये उनके लिये कमरा बुक नहीं किया गया। बाकी 30 देशों से आये खिलाड़ियों को कोई दिक्कत नहीं हुई और आधिकारिक होटल में नहीं रूकने पर शटल बस नहीं मिलती है।''

उन्होंने कहा, ‘‘अगर आप आधिकारिक होटल में रूकते हैं तो ही शटल बस मिलती है। आयोजकों के लिये शहर भर के होटलों से खिलाड़ियों को पहुंचाना संभव नहीं है।'' ओकुहारा के भारतीय दोस्तों बैडमिंटन खिलाड़ी एच एस प्रणय और पी वी सिंधू ने स्थानीय सदस्यों से बात करके उनके लिये होटल की व्यवस्था की।प्रणय ने अभ्यास के लिये पहुंचने के लिये उन्हें कार उपलब्ध कराई।

 

 

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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