ट्रेन में बीच वाली सीटों के चेन ही चोरी, अब कहां सोएंगे यात्री, मचा हड़कंप
नई दिल्ली
पुरी-हटिया एक्सप्रेस ट्रेन (18452) के S-6 कोच में रात को सोने की तैयारी कर रहे यात्रियों में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब उन्होंने देखा कि बीच की सीटों पर लगी चेन ही गायब हैं। भुवनेश्वर स्टेशन के पास यात्रियों की इस घटना पर नजर पड़ी और वे अपने सोने की व्यवस्था को लेकर परेशान हो गए। एक यात्री ने बताया, 'ट्रेन के स्टार्ट हो जाने के कुछ देर बाद हमने ध्यान दिया कि मिडिल सीटों के चेन ही गायब हैं। इसे लेकर यात्रियों के बीच घबराहट की स्थिति बन गई। खासतौर से जिन लोगों ने सोकर जाने के लिए बीच वाली सीटें बुक की थीं, वे कुछ ज्यादा ही परेशान नजर आए।'
इसके बाद टिकट कलेक्टर (TC) को मामले की जानकारी दी गई। उसने भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर प्रभावित यात्रियों के लिए एक अलग से बोगी जोड़ी। एक यात्री ने एएनआई को बताया, 'मैं पुरी से यात्रा कर रहा था। रात करीब 8:45 बजे मैं पुरी रेलवे स्टेशन पर पुरी-हटिया एक्सप्रेस में चढ़ा। जैसे ही मैंने सोने का मन बनाया तो देखा कि एस-6 बोगी की बीच वाली सीटों के चेन ही गायब हैं। ट्रेन के बाकी यात्रियों को भी इसकी जानकारी हुई और वे घबराने लगे। कुछ समय बाद हमने टिकट कलेक्टर को इसकी सूचना दी। उसने हमारे लिए भुवनेश्वर रेलवे स्टेशन पर एक अतिरिक्त डिब्बा जोड़ा और इस तरह हम लोग अपनी यात्रा पूरी कर पाए।'
घटना की चल रही जांच: रेलवे अधिकारी
ईस्ट कोस्ट रेलवे (ECoR) के सीपीआरओ अशोक कुमार मिश्रा का इस मामले पर बयान आया है। उन्होंने कहा, 'हमें पता चला है कि कल तपस्विनी एक्सप्रेस में एस-6 कोच के मिडिल बर्थ की चेन गायब थीं। इसे देखते हुए भुवनेश्वर स्टेशन पर एक अलग कोच जोड़ा गया। पूरी मामले की जांच की जा रही है। हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि जंजीरें कैसे गायब हुईं।' गौरतलब है कि रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बीते शनिवार को पूर्व तटीय रेलवे के नुआगांव रोड-दसपल्ला रेलवे खंड पर दासपल्ला रेलवे स्टेशन भवन का उद्घाटन किया था। उन्होंने यहीं से 4 यात्री ट्रेनों को हरी झंडी भी दिखाई। वैष्णव ने इस मौके पर कहा कि चार यात्री ट्रेनों 18423/18424 भुवनेश्वर-नयागढ़ टाउन-भुवनेश्वर एक्सप्रेस, 08429/08430 भुवनेश्वर-नुआगांव रोड-भुवनेश्वर पैसेंजर स्पेशल, 08423/08424 पुरी-नुआगांव रोड-पुरी पैसेंजर स्पेशल और 08555/08556 भद्रक- नयागढ़ टाउन-भद्रक मेमू को दासपल्ला तक विस्तार दिया गया है।