इंडक्शन ट्रेनिंग: कलेक्टरों को रोका, जाना थे 62 गए सिर्फ 18 एएसआई
भोपाल
मध्यप्रदेश में पदस्थ भारतीय प्रशासनिक सेवा के अफसरों की की इंडक्शन ट्रेनिंग सोमवार से मसूरी प्रशासनिक अकादमी में शुरु हो गई। एमपी सरकार ने ट्रेनिंग पर जाने के लिए प्रस्तावित 62 अफसरों में से जिलों में कलेक्टर के पद पर पदस्थ अफसरों और अन्य जरुरी काम कर रहे अफसरों को ट्रेनिंग पर जाने से रोक दिया है।
लाल बहादुर शास्त्री प्रशासन अकादमी मसूरी मेें राज्य प्रशासनिक सेवा से भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत हुए अफसरों के लिए यह 125 वां इंडक्शन ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है। इसमें मध्यप्रदेश से कुल 62 अफसरों को ट्रेनिंग पर जाना था लेकिन जो जिलों में कलेक्टर के पदों पर पदस्थ है उन सभी को ट्रेनिंग पर जाने से रोक दिया गया है। अलीराजपुर कलेक्टर अभय अरविंद बेड़ेकर, रायसेन कलेक्टर अरविंद कुमार दुबे, डिंडौरी कलेक्टर विकास मिश्रा, उमरिया कलेक्टर बुद्धेश कुमार वैद्य, मऊगंज कलेक्टर अजय श्रीवास्तव सहित कई जिलों के कलेक्टर शामिल है। इसके अलावा महत्वपूर्ण कार्य संपादित कर रहे कई अन्य अफसरों को भी ट्रेनिंग पर जाने से रोक दिया गया है।
जो अठारह अफसर ट्रेनिंग पर गए है उनमें से जनजातीय प्रकोष्ठ राजभवन में सचिव के पद पर पदस्थ अमरपाल सिंह, उपसचिव पिछड़ा वर्ग एवं अल्पसंख्यक कल्याण कुमार पुरुषोत्तम, उपसचिव मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर राखी सहाय, इंदौर विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रामप्रकाश अहिरवार सहित अठारह आईएएस अधिकारी शाामिल है। इन अफसरों के ट्रेनिंग पर जाने के बाद उनके प्रभार सचिव योजना आर्थिक सांख्यिकी बाबू सिंह जामोद,संचालक पिछड़ा वर्ग सौरव कुमार सुमन, अपर परीक्षा नियंत्रक मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग इंदौर निधि सिंह राजपूत और अपर कलेक्टर इंदौर गौरब बैनल को दिए गए है। मसूरी में हो रही इस ट्रेनिंग में अधिकारियों को सुशासन, प्रबंधन, योजनाओं के मैदानी स्तर पर क्रियान्वयन, राजस्व मामलों के निराकरण का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस प्रशिक्षण को पूरा करने वाले अफसरों को ही अगले प्रमोशन मिल पाएंगे।