अरविंद केजरीवाल ने मंच से क्यों कर डाली यह मांग, मुझे मिलना चाहिए नोबेल पुरस्कार
नई दिल्ली
दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी (आप) के सबसे बड़े नेता अरविंद केजरीवाल ने भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर तीखा कटाक्ष करते हुए कहा कि उन्हें राष्ट्रीय राजधानी में सरकार चलाने के लिए 'नोबेल पुरस्कार' मिलना चाहिए। पानी बिल को लेकर प्रदर्शन के दौरान अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए सीएम केजरीवाल ने कहा, 'मैं दिल्ली के अंदर ऐसे स्कूल बनवाऊंगा जिसे पूरी दुनिया याद करेगी। इन्होंने (भाजपा) दिल्ली के स्कूलों को रोकने की कोशिश की…'
मंच से कर डाली नोबेल पुरस्कार की मांग
'आप' सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा, 'ये लोग चाहते हैं कि जैसी शिक्षा इनके बच्चों को मिल रही है वैसी दिल्ली के गरीब बच्चों को न मिले। इन्होंने दिल्ली के अस्पतालों को रोकने की कोशिश की। ये सब मैं आपको रोज बता नहीं पाता, मेरा दिल जानता है कि मैं कैसे सरकार चला रहा हूं, इसके लिए मुझे एक नोबेल पुरस्कार मिलना चाहिए।'
इसलिए मिलना चाहिए नोबेल
सीएम केजरीवाल ने मंच से कहा, 'भाजपा वालों ने और दिल्ली के एलजी ने लोगों को दुखी करा, और किस तरह से दिल्ली के लोगों का बेटा बनकर केजरीवाल ने सभी समस्याओं का समाधान किया। इस बात के लिए मुझे नोबेल प्राइज मिलना चाहिए। लेकिन मेरा नोबेल प्राइज तो आप लोग हो… कल जब मैं गोविंदपुरी में गली-गली में घूम रहा था, तब सब लोग एक ही बात कह रहे थे कि भरोसा आपके ऊपर ही है।'
गौरतलब है कि दिल्लीवालों के गलत पानी के बिल को माफ करने के लिए केजरीवाल सरकार एक स्कीम लाना चाहती है। केजरीवाल की पार्टी का आरोप है कि इसमें भाजपा अड़ंगा लगा रही है। इसे लेकर आज प्रदर्शन किया गया। सीएम केजरीवाल ने जमकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, 'अगर दिल्ली में भाजपा की सरकार होती तो अब तक सब का पानी का कनेक्शन काट देती। अगर आपको लगता है कि पानी का बिल ठीक है तो भर देना लेकिन अगर लगता है कि बिल ठीक नहीं है तो भरने की जरूरत नहीं है, केजरीवाल है अभी, भाजपा की गुंडागर्दी नहीं चलेगी।'