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गाजा में रुकेगी लड़ाई! डेढ़ महीने के सीजफायर समझौते के करीब इजरायल और हमास

तेल अवीव
 गाजा पट्टी में चार महीने से ज्यादा से चल रही लड़ाई के रुकने की उम्मीद जगी है। इजरायल और हमास छह सप्ताह के युद्धविराम समझौते पर सहमति के करीब पहुंच गए हैं। द सन की रिपोर्ट के मुताबिक, इस समझौते के तहत दोनों पक्ष छह सप्ताह तक लड़ाई रोकने के साथ-साथ बंधकों को भी रिहा करेंगे। हमास की ओर से 40 इजरायली बंधकों को छोड़ा जाएगा। इजरायल भी अपनी जेल में बंद सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। साथ ही कुछ फिलिस्तीनियों को उत्तरी गाजा में लौटने की अनुमति दी जाएगी और मानवीय सहायता में भी वृद्धि की जाएगी।

पेरिस में युद्धविराम समझौते पर मीटिंग के बाद इजरायल इस सप्ताह कतर में होने वाली बैठक के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल भेजने जा रहा है। पेरिस की बैठक में अमेरिका, मिस्र और कतर ने मध्यस्थ की भूमिका निभाई। ये बैठक सफल रही और इसने शांति की उम्मीदों को बढ़ाया। बताया गया है कि बैठक में हमास ने अपनी कई मांगें छोड़ दीं। हालांकि अभी भी दोनों पक्ष किसी परिणाम पर नहीं पहुंचे हैं लेकिन कतर की अगली बैठक में सीजफायर समझौता फाइनल हो जाना तकरीबन तय माना जा रहा है।
हमारे लिए बंधकों की रिहाई अहम

इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा है कि वह अपने बंधकों की रिहाई के और रफाह में हमास के खात्मे की रूपरेखा पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैंने एक प्रतिनिधिमंडल पेरिस भेजा और अब हम वार्ता के अगले चरणों पर चर्चा करेंगे। इज़रायली राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तजाची हानेग्बी ने कहा कि अस्थायी युद्धविराम को किसी भी हालत में युद्ध के अंत के रूप में नहीं समझा जा सकता है। हम हमास को पूरी तरह खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।

हमास ने अभी तक प्रस्ताव के विवरण पर टिप्पणी नहीं की है। हमास ने इससे पहले कुछ मौकों पर सीजफायर के प्रस्ताव को ठुकरा दिया था। हमास ने किसी भी बातचीत के लिए पूरी तरह से युद्ध रोकने और गाजा से इजरायली सैनिकों की पूरी तरह से वापसी की मांग रखी थी। हालांकि अब उसके डेढ़ महीने के युद्ध विराम पर सहमति जताने की बात सामने आ रही है। गाजा में हमास के पास अभी भी इजरायल के करीब 100 बंधकों के होने का दावा किया जा रहा है। इजरायल के मुताबिक उसके 134 बंधक हमास की कैद में हैं। वहीं ये भी दावा किया जा रहा कि इनमें से करीब 50 बंधकों की अब तक मौत हो चुकी है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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