छत्तीसगढ़दुर्ग-भिलाई

हॉस्पिटैलिटी और क्रूज मैनेजमेंट में हासिल करें भविष्य का नया पथ- कुलसचिव पी.के. मिश्रा

भिलाई- श्रीशंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई के  ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट सेल द्वारा मंगलवार 27 फरवरी 2024 को कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम के तहत हॉस्पिटैलिटी और क्रूज मैनेजमेंट में भविष्य विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया। आयोजन के मुख्यवक्ता निर्मल परायिल, एयरबोर्न रिक्युटिंग प्राइवेट लिमिटेड रहें।कार्यक्रम की अध्यक्षता कुलसचिव पी.के. मिश्रा ने की।विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रो. (डॉ.) सुशीलचन्द्र, डायरेक्टर, यूनिवर्सिटी, डेवलपमेंट एवं उप-कुलसचिव विनय पीताम्बरन उपस्थित रहें।

इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलसचिव ने कहा कि हमारा देश मेहमान नवाजी के लिए जाना जाता है, यहां पर अतिथि को भगवान का दर्जा दिया जाता है। देश के इस प्राचीन परंपरा ने अब शानदार करियर का रूप ले लिया है। हम कहीं घूमने जाएं या फिर होटल व किसी रेस्‍टोरेंट में, हर जगह हमें हॉस्पिटैलिटी मैनेजमेंट के लोग की जरूरत जरूर पड़ जाती है। आज के समय में कोई भी सेक्टर या इंडस्ट्री इनके बिना कोई काम नहीं करना चाहती है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री सबसे ज्यादा करियर ऑप्शन देना वाली इंडस्ट्री है, इसकी लोकप्रियता दिन-प्रतिदिन बढ़ती ही जा रही है। जिससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि इस फील्ड में करियर ग्रोथ की क्या चांसेस हो सकते हैं।होटल मैनेजमेंट इंडस्ट्री एक ऐसा फील्ड है जिसमे होटल के प्रोडक्ट्स, सर्विसेज या व्यवसाय को सही एवं सुचारू रूप से चलाना होता हैं। इसलिए आपके अंदर कम्युनिकेशन स्किल, मैनेजमेंट स्किल, टीमवर्क के साथ कई लैंग्वेज और इंप्रेसिव पर्सनालिटी होना जरूरी है।

मुख्यवक्ता निर्मल परायिल ने बताया कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में आने पर आप दूसरे देश की संस्कृति वहां के खान-पान, परंपराओं, भाषा, बोलियों को जान-पाते हैं। आप यह जान पाते हैं कि संबंधित देश के खान-पान का वहां की संस्कृति और बोली से क्या ताल-मेल है। साथ ही आप अपने देश की संस्कृति और खान-पान, बोली से बाहर से आये लोगों को अवगत कराते हैं। इससे आपके अनुभव में कई गुणा इजाफा होता हैं।भारत के हर क्षेत्र में रिसॉर्ट्स, एयरलाइंस, क्रूज, क्लब, फूड कैफे, रेस्तरां आदि में होटल मैनेजमेंट के साथ दुसरे विषयों के ग्रेजुएट्स की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। देश के जीडीपी में महत्वपूर्ण योगदान देने के कारण इस इस इंडस्ट्री में ग्रोथ की संभावना बहुत अधिक है तथा इस इंडस्ट्री की सेवाओं का उपयोग दुनिया भर के टूरिस्ट द्वारा किया जाता है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में जाने पर आपके संपर्क विश्व-स्तरीय बन जाते हैं। आप जिस जगह पर कार्य करते हैं, वहां पर कई देशों के मेहमान आते हैं। जो आपसे बातचीत करते हैं और आपकी सेवाओं से खुश होकर आपसे कांटेक्ट भी रखते हैं। जब ये अपने देश लौटते हैं या किसी अन्य देश में काम करते हैं तो आपसे संपर्क होने के कारण नौकरी पाने की संभावना आपकी काफी बढ़ जाती है। क्योंकि संपर्क का आपका नेटवर्क दुनियाभर में हो जाता है।

उन्होंने बताया कि हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में कार्य करने पर घर में ही सिमटे रहने की हमारी झिझक दूर हो जाती है। अपनों से दूर रहने पर निराशा से घिर जाने की दिक्कत से भी हमें छुटकारा मिल जाता है। हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में कोर्स करने के बाद बाहर जाने के अवसर मिलते है जिसके कारण होम सिकनेस दूर होने पर हम अपने करियर को नई दिशा दे सकते हैं।हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में करियर के साथ-साथ सैलरी ग्रोथ की भी संभवना बहुत अधिक है।

उक्त कार्यक्रम डॉ. विमल कुमार ,प्रभारी ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट एवं धीरेंद्र पराते, कोर्डिनेटर, ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट के सह-संयोजन में संपन्न हुआ. कार्यकर्म में आभार प्रदर्शन विनय पिताम्बरन, उप-कुलसचिव ने किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों, शोधार्थियों, कर्मचारियों, अधिकारीयों एवं प्राध्यापकों की बड़ी संख्या में गरिमामई उपस्थिति रही।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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