RO.No. 13047/ 78
राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

आसमान में उड़ते दिखे लोग , दुबई में पहली बार हुई उड़ने की एक ऐसी प्रतियोगिता, क्राउन प्रिंस बने गवाह

दुबई
वेसे तो दुनिया में कई तरह के एडवेंचर स्पोर्ट्स है जैसे कि पैराग्लाइडिंग, स्काइडाइविंग, स्कूबा डाइविंग, ट्रैकिंग और भी बहुत। लेकिन इसके बीच कई तरह के रेस भी मौजूद है, लेकिन क्या कभी सबसे तेज उड़ने की रेस के बारे में सुना है ? ऐसा किसी फिल्म में नहीं बल्कि असल में हुआ है। ये रेस संयुक्त अरब अमीरात के दुबई में हुई। ये दुनिया की ऐसी पहली रेस है। इसमें हिस्सा लेने वाले लोगों ने जेट सूट पहने थे। इसे दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल और द ग्रेविटी कंपनी ने आयोजित किया था। दुबई स्पोर्ट्स काउंसिल ने रेस की तस्वीरें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट की हैं। इसमें अरबी भाषा में कैप्शन लिखा है।

कैप्शन में लिखा है, 'दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मकतूम 'दुबई जेट सूट चैंपियनशिप' की प्रतियोगिताओं के गवाह बने। ये दुनिया में अपनी तरह का पहला टूर्नामेंट है, जो दुबई हार्बर में आयोजित किया गया था।' ट्वीट के साथ ही प्रतियोगिता की कुछ तस्वीरें भी शेयर की गई हैं। इसके साथ ही एक ब्लॉग का लिंक भी शेयर हुआ है। इसके अनुसार, प्रतियोगिता में आठ लोगों ने हिस्सा लिया, इसे हजारों लोगों ने देखा। उन्होंने कथित तौर पर लगभग एक किलोमीटर की रेस की। इस दौरान, प्रतिभागियों को पानी में रखे गए बैरियर्स को छूकर निकलना था।
 
किसने और कैसे जीती ये रेस?
90 सेकंड की इस शानदार रेस को इस्सा कल्फॉन ने जीता है। कल्फॉन एक पूर्व प्रोफेशनल जिमनास्ट और ग्रेविटी की फ्लाइट ट्रेनिंग में डिप्टी हेड हैं। ब्रिटिश पायलट पॉल जोन्स और फ्रेडी हे ने दूसरा और तीसरा स्थान हासिल किया है। ब्रिटेन स्थित ग्रेविटी इंडस्ट्रीज के चीफ टेस्ट पायलट रिचर्ड ब्राउनिंग ने बताया कि कंपनी अगले साल भी इस तरह की प्रतियोगिता दुबई में आयोजित करने की योजना बना रही है। हालांकि, वे दुनिया भर से और अधिक प्रतिस्पर्धियों को इसमें शामिल होने की आशा करते हैं। वो कहते हैं, 'हमारे बहुत से दर्शकों के लिए ये जीवन में आने वाला साइंस फिक्शन है चाहे वो 'द रॉकेटियर' हो, या 'आयरनमैन' हो, या 'जेट्सन्स'। ऐसे बहुत से लोग हैं, जो हमारे पास आते हैं और कहते हैं, मैं बचपन से इसका इंतजार कर रहा था और आपने आखिरकार वह सपना पूरा कर दिखाया है।'

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

RO.No. 13047/ 78

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button