सीता सोरेन ने पति की मौत के 14 साल बाद की हाई लेवल जांच की मांग, हेमंत और कल्पना सोरेन पर लगाए आरोप
रांची
झारखंड मुक्ति मोर्चा के संरक्षक शिबू सोरेन के परिवार को एक और झटका लगा है. उनकी बड़ी बहू सीता सोरेन ने गुरुवार को अपने पति दुर्गा सोरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में हुई मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की. सीता इस महीने की शुरुआत में बीजेपी में शामिल हो गई थीं. उन्होंने जेएमएम पर 'लगातार उपेक्षा किए जाने' का आरोप लगाया था. उनका आरोप था कि जेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने उनका 'अपमान' किया है.
हाई-लेवल जांच की मांग
दिल्ली से लौटीं सीता ने रांची में मीडिया से बात करते हुए कहा, 'जेएमएम को मजबूत करने के लिए अपना खून पसीना बहाने वाले मेरे पति दुर्गा सोरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई थी. मैं उनकी मृत्यु की हाई-लेवल जांच की मांग करती हूं.' उन्होंने कहा कि वह कई साल से अपने पति की मौत की जांच की मांग कर रही थीं. सीता ने आरोप लगाया कि उनकी मौत के बाद उनके परिवार को 'उपेक्षित और अलग-थलग' कर दिया गया और वह बेहद भयावह अनुभव था.
सीता ने दिल्ली से लौटने पर यहां मीडिया से बातचीत करते हुए कहा, झामुमो को मजबूत करने के लिए अपना खून और पसीना बहाने वाले मेरे पति दुर्गा सोरेन की रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हुई। मैं उनकी मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग करती हूं।
उन्होंने झामुमो पर ''लगातार उपेक्षा किए जाने'' का आरोप लगाते हुए कहा किजेल में बंद झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन ने उनका अपमान किया। सीता ने कहा कि वह सालों से अपने पति की मौत की जांच की मांग करती रही हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। 2009 में दुर्गा सोरेन की मृत्यु हो गई थी। सीता इस महीने की शुरुआत में भाजपा में शामिल हो गईं।
'सच्चाई सामने आई तो झारखंड के लोग थूकेंगे'
उन्होंने आरोप लगाया कि कल्पना ने श्रद्धांजलि न देकर उनके दिवंगत पति का 'अपमान' किया था. 2009 में दुर्गा सोरेन की मौत हो गई थी. पिछले हफ्ते भी सीता ने कल्पना पर निशाना साधते हुए आगाह किया था कि दुर्गा सोरेन के नाम पर 'मगरमच्छ के आंसू बहाने वालों' की अगर सच्चाई सामने आई तो उनके सपने चकनाचूर हो जाएंगे.
उन्होंने कहा, 'अगर मैं और मेरे बच्चे भयावह सच्चाई को उजागर करेंगे तो कई लोगों के राजनीतिक और सत्ता के सपने चकनाचूर हो जाएंगे. झारखंड के लोग उन लोगों के नाम पर थूकेंगे जिन्होंने दुर्गा सोरेन और उनके लोगों को रास्ते से हटाने की साजिश रची.
'झारखंड का विकास पीएम मोदी की विचारधारा से संभव'
सीता ने कहा था, 'मेरे पति की मृत्यु के बाद हमारे जीवन में जो बदलाव आया वह किसी बुरे सपने से कम नहीं था. हमें सामाजिक और राजनीतिक रूप से उपेक्षित और अलग-थलग कर दिया गया.' जेएमएम पर हमला बोलते हुए सीता ने कहा कि झारखंड का विकास पीएम नरेंद्र मोदी की विचारधारा से ही संभव है क्योंकि जेएमएम अपने सिद्धांत से भटक गया है और भ्रष्टाचार में लिप्त हो गया है.
कौन हैं सीता सोरेन?
सीता सोरेन ने हाल ही में बीजेपी का दामन थाम लिया था. बीजेपी ने उन्हें दुमका लोकसभा सीट से उम्मीदवार बनाया है. सीता मुर्मू उर्फ सीता सोरेन JMM प्रमुख शिबू सोरेन की बहू और दिवंगत दुर्गा सोरेन की पत्नी हैं. सीता झारखंड मुक्ति मोर्चा की नेता रही हैं और झारखंड के ही जामा सीट से विधायक हैं.
उन पर 2012 के राज्यसभा चुनाव में मतदान के लिए पैसे लेने का आरोप लगा था और वह सात महीने तक जेल में रहीं. इसके बाद से जमानत पर बाहर हैं. इसी 19 मार्च 2024 को सीता सोरेन ने पार्टी की तरफ से लगातार उपेक्षा का हवाला देते हुए झामुमो के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया.