छत्तीसगढ़ की सुप्रसिद्ध गायिका कृति बख्शी को “संगीत रत्न” की उपाधि से किया गया सम्मानित
भिलाई-श्री चित्रगुप्त संगीत समिति भिलाई-दुर्ग की मार्च माह गोष्ठी 31 मार्च, दिन रविवार को जलाराम मंदिर वैशालीनगर भिलाई में संपन्न हुई। गीत गायन के इस रंगारंग कार्यक्रम की मुख्य अतिथि राजनांदगांव निवासी स्वरकोकिला सुश्री कृति बख्शी थी,जो अपने माता-पिता एवं बुआ के साथ कार्यक्रम में पधारी थीं। उन्होंने अपनी सुरीली आवाज में चार गीत गा कर श्रोताओ का मन मोह लिया।उन्होंने मेरे ढोलना सुन एकल गीत,मया होगे रे, कुहू कुहू बोले कोयलिया युगल गीत मुकेश भटनागर के साथ एवं पर्वत के उस पार युगलगीत प्रशांत श्रीवास्तव के साथ प्रस्तुत किये।साथ ही शास्त्रीय संगीत आधारित गीतों की भी प्रस्तुति उन्होंने दी।
संगीत समिति के अन्य उपस्थित गायक-गायिकाओं ने सुरीली आवाज में अपने अपने सुमधुर गीतों को प्रस्तुत किया जिन्हें खूब सराहना मिली। उपस्थिति गायक गायिकायें जिन्होंने सुरीले गीत गा कर समा बांधा उनमे शामिल थे .डॉक्टर शशि भूषण साहू,रवि भटनागर,कांजी भाई पारपाणि,अनिल पाण्डेय,मनोज श्रीवास्तव,विनोद प्रसाद सहाय,मुकेश भटनागर “आवाज़ “,रिमझिम श्रीवास्तव,पूजा श्रीवास्तव,प्रशांत श्रीवास्तव,डॉली मुन्शी,गीता सिंह, चित्तरंजन प्रसाद, राजू उके, नरेंद्र साहू एवं संजय श्रीवास्तव आदि।
इस अवसर पर समिति की ओर से छत्तीसगढ़ की आशा भोंसले नाम से प्रसिद्ध सुश्री कृति बख्शी को प्रमाणपत्र और मोमेंटो प्रदान कर “संगीत रत्न” की उपाधि से सम्मानित किया गया।