RO.No. 13047/ 78
राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

भोजशाला परिसर के सर्वे के लिए पहुंची ASI की टीम

धार

भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग टीम सर्वे के लिए भोजशाला पहुंच गई है। भोजशाला में आज हनुमान चालीसा और पूजा का दिन भी है। हनुमान चालीसा के पाठ के लिए बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु भोजशाला पहुंचे। हनुमान चालीसा पाठ और पूजा के बाद श्रद्धालु बाहर आए।

धार की ऐतिहासिक भोजशाला के सर्वे के तहत कल भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग की टीम ने तीन नए स्थान पर खोदाई शुरू की। इसके साथ ही परिसर में स्थित अकल कुई का व्यापक स्तर पर सर्वे किया गया।

यह देखा जा रहा है कि कूप किस पाषाण का बना हुआ है और उसकी वास्तु शैली किस काल की है। जानकारी के अनुसार आगामी एक-दो दिनों में और नई मशीन आएगी।

उल्‍लेखनीय है कि 8 अप्रैल 2003 को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग द्वारा एक आदेश जारी किया गया था। इसी के चलते पहली बार हिंदू समाज के लोगों को 21 साल पहले 8 अप्रैल 2003 को मंगलवार के दिन पूजाअर्चना की अनुमति मिली थी।
इस आदेश में शुक्रवार को नमाज की अनुमति के साथ शेष पांच दिन पर्यटकों के लिए खोल जाने का प्रविधान किया था। 21 साल से प्रति मंगलवार को अखंडित रूप से यहां पर पूजा अर्चना की जा रही है।

हिंदू समाज के लोग 2003 के पहले भोजशाला के बाहरी दरवाजे तक पहुंचकर देहरी पूजन करके ही लौट आते थे, क्योंकि हिंदू समाज के लिए ताले लगे हुए थे। इस संबंध में हिंदू पक्ष के गोपाल शर्मा ने बताया कि 21 साल बहुत ही गौरवशाली हैं। इसमें आंदोलन में हमारे तीन कार्यकर्ता शहीद भी हुए थे। उन सबको हमने नमन किया है। इस तरह से जो भी इस आंदोलन के पीछे रहे हैं, उनका योगदान कभी नहीं बुलाया जा सकता।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

RO.No. 13047/ 78

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button