96 दिन बाद जेल से कुछ घंटे के लिए पुलिस कस्टडी में बाहर आए हेमंत सोरेन, चाचा के श्राद्ध में हुए शामिल
रांची
झारखंड के पूर्व सीएम हेमंत सोरेन अदालत की अनुमति से सोमवार को बिरसा मुंडा जेल की चारदीवारी से निकलकर पुलिस कस्टडी में कुछ घंटों के लिए अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। वह अपने पिता शिबू सोरेन, मां रूपी सोरेन, पत्नी कल्पना सोरेन, अपने बच्चों निखिल एवं अंश सहित परिजनों से मिलकर भावुक हो उठे।
उनकी मां की आंखों से आंसू बह निकले और वह काफी देर तक हेमंत सोरेन का हाथ अपने हाथों में लेकर सिसकती रहीं।
झारखंड हाईकोर्ट ने हेमंत सोरेन को अपने चाचा राजाराम सोरेन के श्राद्ध में कुछ घंटों के लिए पुलिस कस्टडी में भाग लेने की इजाजत दी है। इस दौरान मीडिया से बातचीत और राजनीतिक चर्चा पर रोक है।
हेमंत सोरेन के एक्स हैंडल पर उनकी चार ताजा तस्वीरें शेयर की गई हैं। उनकी दाढ़ी बढ़ गई है और काफी हद तक वह अपने पिता शिबू सोरेन की तरह दिखे।
एक्स हैंडल पर उनकी तस्वीरों के साथ यह शेर लिखा गया है, “उसे गुमां है कि मेरी उड़ान कुछ कम है मुझे यक़ीं है कि ये आसमान कुछ कम है।“
रांची के बड़गाईं अंचल में साढ़े आठ एकड़ जमीन की अवैध तरीके से खरीदारी करने के मामले में ईडी ने हेमंत सोरेन को बीते 31 जनवरी को आठ घंटे की पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था। इसके बाद से वह जेल में बंद हैं।
बीते 30 अप्रैल को अपने चाचा के निधन पर हेमंत सोरेन ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीएमएलए कोर्ट में गुहार लगाई थी, लेकिन उन्हें इसकी इजाजत नहीं मिली थी। इसके बाद वह हाईकोर्ट पहुंचे और श्राद्ध में शामिल होने के लिए प्रोविजनल बेल की गुहार लगाई, लेकिन कोर्ट ने बेल नहीं दी।
जस्टिस रंगन मुखोपाध्याय की कोर्ट ने यह आदेश दिया कि सोरेन चाचा के श्राद्ध में कुछ देर के लिए पुलिस कस्टडी में शामिल हो सकते हैं।
सोमवार शाम श्राद्ध कर्म संपन्न होने के बाद सोरेन वापस बिरसा मुंडा जेल लौट जाएंगे।