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घातक परमाणु मिसाइलें और हथियारों की ड्रिल… यूक्रेन के हमदर्द देशों को रूस की धमकी

मॉस्को
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खुद अपनी सेना के साउदर्न मिलिट्री डिस्ट्रिक्ट एविएशन और नौसेना को आदेश दिया है कि वो टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों का अभ्यास करें. रूस के रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी करके कहा कि यह कदम सिर्फ इसलिए उठाया गया है क्योंकि पश्चिमी देश धमकी देने वाली और उकसाने वाली बातें कर रहे थे.

परीक्षण के दौरान परमाणु हथियारों के इस्तेमाल के सख्त निर्देश जारी किए गए हैं. ताकि कोई नुकसान न हो. मिलिट्री ड्रिल किसी सामान्य अभ्यास की तरह ही लगे. इस अभ्यास में उन परमाणु हथियारों का इस्तेमाल किया जा रहा है, जिनका पिछला परीक्षण सोवियत संघ के समय किया गया था.

रूस के रक्षा मंत्रालय के कहना है कि इन हथियारों का परीक्षण इसलिए किया जा रहा है, ताकि नए सैनिकों को उन्हें संचालित करने की नॉलेज और प्रैक्टिस हो. रक्षा विशेषज्ञ एलेक्सी लियोनकोव ने कहा कि यह ड्रिल सिर्फ इसलिए किया जा रहा है क्योंकि यूक्रेन को लेकर नाटो के उकसाने वाले बयानों से क्रेमलिन नाराज है.

यूक्रेन को सैनिक और हथियार देने वाले देशों से खफा है रूस

क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा कि हमारे परमाणु हथियारों के ड्रिल उन पश्चिमी देशों को सीधा संदेश है, जो यूक्रेन को लेकर वॉरगेम खेल रहे हैं. जो यूक्रेन में अपने सैनिक और हथियार भेज रहे हैं. ताकि यूक्रेन हमारी सीमा पर हमला कर सके. ड्रिल में जिन हथियारों का इस्तेमाल हो रहा है, उनमें जिंदा परमाणु हथियार नहीं लगाए गए हैं. ताकि किसी तरह का नुकसान न हो.

रूस की सबसे खतरनाक मिसाइल भी ड्रिल में हुई इस्तेमाल

रूस ने इस मिलिट्री ड्रिल में RS-24 Yars मिसाइल का इस्तेमाल किया है. यह रूस की नई अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल है. इसे मोबाइल लॉन्चर और साइलो से लॉन्च किया जाता है. रूस ने 63 मोबाइल और 10 साइलो बेस्ड लॉन्चिंग स्टेशन बनाए हैं. इसकी रेंज 12 हजार किलोमीटर है.

यह अपने साथ छह वॉरहेड ले जा सकता है. यानी एकसाथ ही छह स्थानों पर घातक हमला. हालांकि कुछ लोग यह भी कहते हैं कि यह 10 वॉरहेड ले जा सकता है. यार्स मिसाइल किसी भी तरह के एयर डिफेंस सिस्टम को धोखा दे सकता है. क्योंकि इसकी गति काफी तेज मानी जाती है.

पूरी दुनिया में 12,705 परमाणु हथियार

फेडरेशन ऑफ अमेरिकन साइंटिस्ट (FAS) के मुताबिक पूरी दुनिया में 12,705 परमाणु हथियार मौजूद है. जिनमें से 9400 मिलिट्री के पास हैं, जिनका उपयोग मिसाइल, फाइटर जेट, जंगी जहाज या पनडुब्बी से किया जा सकता है. बाकी के परमाणु हथियारों को रिटायर कर दिया गया है लेकिन अभी वो सही सलामत हैं, उनको डिस्मैंटल करना बाकी है.

दुनिया में 9440 परमाणु हथियार जो अलग-अलग देशों की मिलिट्री के पास हैं, उनमें से 3730 मिसाइल्स और बमवर्षकों में तैनात हैं. इनमें से भारत और पाकिस्तान ने अपने एक भी परमाणु हथियार तैनात नहीं कर रखे हैं. 3730 परमाणु हथियारों में से करीब 2000 परमाणु हथियार अमेरिका, रूस, ब्रिटिश और फ्रांस में हाई अलर्ट पर हैं. यानी शॉर्ट नोटिस पर दागने की तैयारी.

इन 9 देशों के पास हैं सबसे ज्यादा परमाणु हथियार

परमाणु हथियार भारत के पास भी हैं, लेकिन भारत की नीति है वह पहले परमाणु हथियार नहीं दागेगा. लेकिन पाकिस्तान में ऐसी कोई नीति या नियम नहीं बनाए गए हैं. जिन नौ देशों के पास परमाणु हथियार हैं- वो हैं अमेरिका, रूस, यूनाइटेड किंगडम, फ्रांस, चीन, भारत, पाकिस्तान, इजरायल और उत्तर कोरिया. रूस के पास 5977, अमेरिका के पास 5428, चीन के पास 350, फ्रांस के पास 290, यूके के पास 225, पाकिस्तान के पास 165, भारत के पास 160, इजरायल के पास 90 और उत्तरी कोरिया के पास 20 परमाणु हथियार हैं.  

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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