पूर्व कप्तान संदीप लामिछाने को बलात्कार के आरोप में जिला अदालत से मिली सजा को उच्च अदालत ने पलट दिया
काठमांडू
नेपाली क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान संदीप लामिछाने को बलात्कार के आरोप में जिला अदालत से मिली सजा को उच्च अदालत ने पलट दिया है। उन्हें बलात्कार के आरोप से बरी कर दिया गया है। इसके साथ ही उनके टी-20 विश्वकप में खेलने का रास्ता साफ हो गया है।
उच्च अदालत पाटन ने आज क्रिकेटर संदीप लामिछाने पर नाबालिग के साथ बलात्कार के आरोप को खारिज कर दिया। जिला अदालत के फैसले को चुनौती देते हुए लामिछाने ने उच्च अदालत में रिट दायर की थी। मामले की सुनवाई करते हुए उच्च अदालत के न्यायाधीश सुदर्शन देव भट्ट और अंजू उप्रेती ने कहा कि साक्ष्यों और परिस्थितियों को देखते हुए संदीप लामिछाने पर बलात्कार का आरोप नहीं बनता है। दोनों न्यायाधीशों ने संदीप लामिछाने के खिलाफ जिला अदालत की सजा और जुर्माने को निरस्त कर दिया है। जिला अदालत ने संदीप को 8 साल की कैद की सजा के साथ 5 लाख रुपये का जुर्माना लगाया था।
संदीप लामिछाने को उच्च अदालत से बरी किए जाने के साथ ही उनके टी 20 विश्वकप क्रिकेट खेलने का रास्ता खुल गया है। क्रिकेट एसोसिएशन ऑफ नेपाल ने संदीप के पक्ष में फैसला आने के बाद उन पर लगाए गए प्रतिबंध को हटाने का संकेत दिया है। कल ही बैठक कर संदीप पर लगे प्रतिबंध को हटाकर उन्हें अमेरिका रवाना किया जाएगा।