राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

कमला हैरिस ने कहा, अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया में भारतवंशियों के अधिक प्रतिनिधित्व की जरूरत

कमला हैरिस ने कहा, अमेरिकी चुनाव प्रक्रिया में भारतवंशियों के अधिक प्रतिनिधित्व की जरूरत

श्रीलंका में 10 पाकिस्तानी तस्करों को दस-दस साल की जेल

फ्रांस की पुलिस ने यहूदियों के प्रार्थनास्थल पर हमले की योजना बना रहे संदिग्ध को मार गिराया

वाशगिंटन
अमेरिका में निर्वाचित पदों पर भारतवंशियों को अधिक प्रतिनिधत्व मिलना चाहिए। यह मांग करते हुए अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा कि भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या उनकी बढ़ती आबादी को नहीं दर्शाती है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा भारतवंशियों को राजनीति में सक्रिय होना चाहिए। कमला हैरिस ने डेमोक्रेटिक पार्टी के थिंक टैंक इंडियन अमेरिकन इंपैक्ट के वार्षिक सम्मेलन में यह बात कही। यह संगठन देश भर में निर्वाचित पदों के लिए चुनाव में उतरने वाले भारतीय अमेरिकियों को समर्थन और धन मुहैया कराता है। उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने भारतवंशियों से खचाखच भरे कक्ष में कहा कि पिछले कुछ वर्षों के दौरान बड़ी संख्या में भारतीय मूल के अमेरिकी नागरिक चुनाव प्रक्रिया में शामिल हुए।

लेकिन फिर भी यह संख्या उनकी बढ़ती जनसंख्या के सही अनुपात को नहीं दर्शाती।वर्तमान में अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के पांच निर्वाचित सदस्य हैं, जिसमें डा. अमी बेरा, राजा कृष्णमूर्ति, रो खन्ना, प्रमिला जयपाल और श्री थानेदार शामिल हैं। अमेरिकन इंपैक्ट का मानना था कि 2024 में अमेरिकी संसद में भारतीय मूल के अमेरिकियों की संख्या बढ़कर 10 हो जाएगी। राष्ट्रपति पद के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा के संबंध में इंडियन अमेरिकन इंपैक्ट का कहना है कि अमेरिका में भारतवंशी चुनाव परिणाम को भी प्रभावित कर सकते हैं। यह दूसरा सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय है और देश के कई राज्यों में इनकी जनसंख्या लगातार बढ़ रही है।

 

श्रीलंका में 10 पाकिस्तानी तस्करों को दस-दस साल की जेल

कोलंबो
10 पाकिस्तानी नागरिकों को श्रीलंका की एक अदालत ने बड़ी मात्रा में मादक पदार्थों की तस्करी के आरोप में 10-10 साल की जेल की सजा सुनाई है। पुलिस ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने बताया कि जब यह मामला छह मई, 2024 को कोलंबो उच्च न्यायालय के समक्ष उठाया गया तो आरोपितों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया और बाद में उन्हें 10 साल जेल की सजा सुनाई गई। उसने बताया कि एक जनवरी, 2020 को पुलिस नारकोटिक्स ब्यूरो और श्रीलंकाई नौसेना द्वारा की गई एक संयुक्त छापेमारी में दस पाकिस्तानी नागरिकों के पास से 581 किलोग्राम और 34 ग्राम संदिग्ध मादक पदार्थ और 614 किलोग्राम आइस (मेथमफेटामाइन) बरामद किया गया था।

फ्रांस की पुलिस ने यहूदियों के प्रार्थनास्थल पर हमले की योजना बना रहे संदिग्ध को मार गिराया

पेरिस
 फ्रांस की पुलिस ने नॉरमैंडी के रूएन में यहूदियों के एक प्रार्थना स्थल में आग लगाने का षड्यंत्र रच रहे एक सशस्त्र संदिग्ध को शुक्रवार तड़के गोली मार दी जिससे उसकी मौत हो गई। देश के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी।

गृह मंत्री गेराल्ड डर्मैनिन ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ के माध्यम से जानकारी दी कि सशस्त्र व्यक्ति को मार गिराया गया। उन्होंने कहा, ‘‘रूएन में राष्ट्रीय पुलिस अधिकारियों ने आज सुबह एक हथियारबंद व्यक्ति को मार गिराया जो शहर में यहूदियों के प्रार्थना स्थल में जाहिर तौर पर आग लगाना चाहता था। मैं तुरंत कार्रवाई करने और अधिकारियों के साहस के लिए उन्हें बधाई देता हूं।’’

गृह मंत्री ने और कोई जानकारी नहीं दी। फ्रांस में इजराइल-हमास युद्ध को लेकर तनाव एवं गुस्सा लगातार बढ़ रहा है। पश्चिमी यूरोप में सबसे अधिक यहूदी और मुस्लिम आबादी वाले देश में यहूदी विरोधी घटनाएं बढ़ी हैं।

 

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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