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कनाडा छोड़ रहे लोग, मुश्किल हो रहा ट्रूडो के देश में रहना; वजह?

ओटावा

भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों के लोग बेहतर जिंदगी की तलाश में विदेशों में बसते हैं। कनाडा खास तौर पर पंजाब के लोगों को लुभाता रहा है, मगर अब यहां रहने का मतलब है अपनी जेब को और ढीली करना। घरों के बढ़ते किराये की वजह से कई लोग अब कनाडा छोड़ कर जा रहे हैं। साल 2023 के पहले छह महीनों में लगभग 42,000 लोगों ने कनाडा छोड़ दिया। इसके पीछे की वजह जस्टिन ट्रूडो सरकार की कमजोर नीतियां और जीवन यापन की बढ़ती लागत बताई जा रही है। हाल ही में आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर किए गए दावे के बाद कनाडा और भारत के बीच तल्खियां बढ़ गई हैं, जिसका प्रभाव भारत से कनाडा जाने वाले लोगों पर जरूर पड़ा है। अब रिपोर्ट सामने आ रही है कि कनाडा में आम लोगों के लिए गुजारा करना काफी मुश्किल हो गया है।

हजारों की संख्या में कनाडा छोड़ रहे लोग
रॉयटर्स समाचार एजेंसी से बात करने वाले लोगों ने कहा कि जीवन यापन की उच्च लागत उनके लिए कनाडा में रहना मुश्किल बना रही है। बता दें कनाडा में उम्रदराज आबादी है और वहां की अर्थव्यवस्था बहुत हद तक प्रवासियों पर निर्भर है, वहीं लोगों का कनाडा को छोड़ कर जाना अर्थव्यवस्था पर गहरी मार साबित हो सकता है। आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, 2023 के पहले छह महीनों में लगभग 42,000 लोगों ने कनाडा छोड़ दिया है। वहीं पिछले साल 2022 में यह आंकड़ा 93,818 था बात करें साल 2021 की तो 85,927 लोगों ने कनाडा छोड़ दिया।

सैलरी का 30 प्रतिशत चुकाते हैं किराया
कई लोग अपनी सैलरी का 30 प्रतिशत हिस्सा केवल घर के किराये के तौर पर चुका रहे हैं। रॉयटर्स से बात करते हुए हांगकांग से आईं 25 वर्षीय कारा (बदला हुआ नाम) ने बताया कि वह पूर्वी टोरंटो के स्कारबोरो में एक कमरे वाले बेसमेंट अपार्टमेंट के किराए के लिए 650 ($474) कनाडाई डॉलर का भुगतान करती हैं, जो उनकी सैलरी का लगभग 30 प्रतिशत है।

कारा का कहना है कि वह हांगकांग में अपनी महीने की सैलरी का लगभग एक तिहाई बचाने में सक्षम थीं। आवास की आसमान छूती लागत ने उनकी तकलीफों को बढ़ा दिया है। कारा की तरह कई लोगों के लिए कनाडा के स्थायी निवास में रहने में अब मुश्किल होने लगी है। यही कारण है कि लोग अब कनाडा छोड़ कर जाने लगे हैं। ऐसे लोग नए देशों में रहने के अपने फैसले के लिए कनाडा में घरों के किराये की आसमान छूती कीमतों को सबसे बड़ा कारण मानते हैं।

आरबीसी ने सितंबर की एक रिपोर्ट में कहा कि कनाडा में औसतन घरेलू आय का लगभग 60% घर चलाने के लिए आवश्यक होगा, यह आंकड़ा वैंकूवर के लिए लगभग 98% और टोरंटो के लिए 80% तक बढ़ जाता है। पिछले महीने ट्रूडो की सरकार ने आवास बाजार पर दबाव कम करने के लिए 2025 से प्रतिवर्ष नए निवासियों के लिए किराये की कीमत को कम करने के लिए कहा था लेकिन कुछ लोगों के लिए दो साल का इंतजार करना काफी मुश्किल हो रहा है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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