साइबर प्रहरी की वजह से अपने परिजनों के पास पहुंची नाबालिक बालिका

दुर्ग-दिनांक 23.01.2024 को डायल 112 आरक्षक रवि सोनी द्वारा थाना प्रभारी दुर्ग को फोन से बताया की एक लगभग 11 वर्ष की नाबालिक बालिका चंडी मंदिर दुर्ग के पास अकेले भटकते हुये मिली है।पूछने पर अपना नाम हर्षिता दुबे बतायी लेकिन अपने माता-पिता का नाम नहीं बता पा रही थी तथा अपनी नानी का घर गाड़ाडीह पाटन का होना बताया। नाबालिक बालिका को थाना लाया गया। थाना सिटी कोतवाली प्रभारी निरीक्षक महेश ध्रुव ने तत्काल मामले की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी एवं जानकारी को ग्रुप में डाला गया।
थाना प्रभारी दुर्ग द्वारा थाना प्रभारी पाटन को नाबालिक बालिका के परिजन की पता-तलाश करने हेतु फोटो भेजी गयी।कुछ दिन पाहिले श्रीमान् पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राम गोपाल गर्ग के द्वारा जिले में पुलिस सायबर प्रहरी एप का विमोचन किया गया है। जिससे थाना दुर्ग क्षेत्र में बीट कर्मचारियों के द्वारा अपने-अपने बीट सायबर प्रहरी ग्रुपों में नाबालिक बालिका की फोटो को भेजा गया। इस पर आरक्षक अनिता भास्कर के द्वारा अपने वार्ड 56 बघेरा सायबर प्रहरी गुप में नाबालिक बालिका की फोटो भेजने पर ग्रुप में जुड़े हुए आम जनता के द्वारा नाबालिक बालिका की पहचान की गई।जिस पर नाबालिक बालिका के परिजन थाना पहुंचे।नाबालिक बालिका को पिता भारती दुबे उम्र 38 साल निवासी वार्ड 56 बघेरा दुर्ग को सौंप दिया गया।दुर्ग पुलिस सायबर प्रहरी की इस पहल का नाबालिक बालिका के माता-पिता ने खूब सराहना की और धन्यवाद दिया.