खेल सुविधाओं और खिलाड़ियों को प्रोत्साहन के अच्छे परिणाम
भोपाल
मध्यप्रदेश ने राष्ट्रीय स्पोर्ट्स मैप में महत्वपूर्ण स्थान बना लिया है। राज्य सरकार के गंभीर प्रयासों, खेल अधोसंरचनाओं में निरंतर विस्तार, प्रशिक्षण के स्तर में गुणवत्तापूर्ण सुधार और खिलाड़ियों के प्रोत्साहन देने के उत्कृष्ट परिणाम हासिल हुए हैं। मध्यप्रदेश देश का स्पोर्ट्स हब बन गया है। खेल अकादमियों का संचालन योजना अंतर्गत विभाग द्वारा 18 खेलों की 11 अकादमियाँ संचालित की जा रही है। खेल अकादमियों एवं फीडर सेन्टर्स में 996 खिलाड़ियों को बोर्डिंग एवं डे-बोर्डिंग योजना अंतर्गत प्रवेश प्रदान कर अन्तर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएँ उपलब्ध करवाई जा रही है।
भारत सरकार द्वारा मध्यप्रदेश के 3 खिलाड़ियों यथा शूटिंग खिलाडी ऐश्वर्य प्रताप सिंह तोमर, हॉकी खिलाड़ी सुशीला चानू, केनोइंग-क्याकिंग की पैरा खिलाड़ी प्राची यादव को अर्जुन अवॉर्ड एवं हॉकी आॅलिपियन के प्रशिक्षक शिवेन्द्र सिंह को द्रोणाचार्य अवार्ड-2023 से सम्मानित किया गया। मध्यप्रदेश राज्य को 23 साल बाद यह अवसर मिला है, जब मध्यप्रदेश के एक साथ 3 खिलाड़ियों को अर्जुन अवॉर्ड एवं एक प्रशिक्षक को द्रोणाचार्य अवॉर्ड से सम्मानित किया गया। गोवा में आयोजित 37वीं राष्ट्रीय खेल में मध्यप्रदेश के 416 खिलाडियों द्वारा 37 खेलों में प्रतिभागिता कर 112 पदक (37-स्वर्ण, 36-रजत, 39-कॉस्य) प्राप्त कर पदक तालिका में चौथा स्थान प्राप्त किया। यह हमारे खिलाड़ियों का अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है।
वन डिस्ट्रिक्ट-वन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स
मध्यप्रदेश में वन डिस्ट्रिक्ट-वन स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स योजना शुरू होगी। इसके अंतर्गत प्रत्येक जिले में एक स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स का निर्माण किया जायेगा। ब्रेकडांस अकादमी की स्थापना की जा रही है। ई-स्पोर्ट्स अकादमी एवं जिला उज्जैन में मलखम्ब एवं जिम्नास्टिक अकादमी की स्थापना की जाना प्रस्तावित है। मध्यप्रदेश के प्रतिभावान खिलाड़ियों का खेल अकादमियों में चयन हो सके, इसके लिये प्रत्येक खेल अकादमी के न्यूनतम 5 फीडर सेंटर स्थापित किये जायेंगे। माह अक्टूबर, 2024 में आयोजित नेशनल गेम्स, उत्तराखण्ड-2024 में मध्यप्रदेश से अधिकाधिक खिलाड़ियों द्वारा प्रतिभागिता कर पदक अर्जित करने के प्रयास किये जायेंगे।