राष्ट्रीय शिक्षा नीति युवाओं के उत्थान के लिए है::कुलपति डॉ.झा
छत्तीसगढ़ के विश्व विद्यालयों एवम महाविद्यालयों में नए सत्र 2024-25 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जावेगी

भिलाई-छत्तीसगढ़ के विश्व विद्यालयों एवम महाविद्यालयों में नए सत्र 2024-25 से राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू की जावेगी। इसके लिए मंथन शुरू हो गया है। इसे लेकर राजधानी रायपुर में प्रदेश के सभी शासकीय एवम निजी विश्व विद्यालय के कुलपतियों,शिक्षाविदों की कार्यशाला 6 मार्च को आयोजित की गई थी।इस कार्यशाला में श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी भिलाई के कुलपति डॉ.ए.के.झा ने भी उल्लेखनीय सहभागिता दी।कार्यशाला में उत्तरप्रदेश एवम मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने वहां पूर्व से लागू राष्ट्रीय शिक्षा नीति के संबंध में जानकारी दी। इस अवसर पर उच्च शिक्षा विभाग के सचिव आर प्रसन्ना,आयुक्त शारदा वर्मा,शिक्षा संस्कृति उत्थान न्यास के अतुल कोठरी,राज्य योजना आयोग के.के.सुब्रमण्यम ने अपने विचार रखे। कुलपति डॉ.झा नेबताया की राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू होने से युवाओं का सर्वांगीण विकास होगा। युवाओं को परिस्थिति एवम पसंद के अनुसार उच्च शिक्षा प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। ग्रेडिंग सिस्टम एवम निरंतर आंतरिक मूल्यांकन से व्यर्थ के तनाव से मुक्ति मिलेगी।कौशल विकास से स्वरोजगार के अवसर मिलेंगे।
कार्यशाला में श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी के डायरेक्टर विकास सुशील चंद्र तिवारी ने भी टास्क फोर्स के सदस्य के रूप में शामिल हुए और जीईआर बढ़ाने तथा गुणवत्ता उन्नयन के लिए आयोजित समूह चर्चा में अंपने महत्वपूर्ण सुझाव दिए,जिसे संयोजक कुलपति डॉ.बी.जी.सिंह ने विश्लेषण में शामिल किया। वि.वि. के कुलसचिव पी.के.मिश्रा ने भी कार्यशाला में भाग लिया और इसके क्रियान्वयन संबंधी जानकारी की चर्चा में सहभागिता दी। उल्लेखनीय है की श्री शंकराचार्य प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति लागू करने के लिए अपनी तैयारी पहले ही शुरू कर दी है।विगत दिनों इस संबंध में कार्यशाला आयोजित की गई थी जिसमे राज्य के नोडल अधिकारी जी.ए.घनश्याम ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति पर विस्तार से बताया था। रायपुर में आयोजित कार्यशाला में उच्च शिक्षा विभाग के सचिव एवम आयुक्त ने भी जी.ए.घनश्याम को सम्मानित किया।