कनाडा में खालिस्तानी तत्व एक बार फिर से सिर उठा रहे, भारतीय मूल के MP खालिस्तान और ट्रूडो सरकार पर बरसे
कनाडा
कनाडा में खालिस्तानी तत्व एक बार फिर से सिर उठा रहे हैं। खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की बरसी के मौके पर हाल ही में खालिस्तानियों ने जन अदालत का आयोजन किया था। इस दौरान चरमपंथियों ने भारत के पीएम नरेंद्र मोदी समेत कई मंत्रियों के बारे में अपना-शनाप बोला था। यही नहीं खालिस्तानी अब 23, जून 1985 को हुए आतंकी हमले की बरसी पर भी जुटने का ऐलान कर रहे हैं। इस बीच कनाडा की संसद में ही उन्हें आईना दिखाया गया है। भारतीय मूल के सांसद चंद्र आर्य ने कहा कि कनाडा में एक बार फिर से वह विचारधारा सिर उठा रही है, जिसने कनिष्क आतंकी हमला कराया था। इस हमले में 329 बेगुनाह लोगों की मौत हो गई थी।
कनाडा की संसद को संबोधित करते हुए चंद्र आर्य ने कहा कि वह विचारधारा अब भी यहां कुछ लोगों में है, जिसने आतंकी हमला कराया था। उन्होंने संसद में सभी से अपील की कि वे 23 जून को आतंकी हमले की बरसी के मौके पर जुटें और मारे गए बेगुनाह लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित करें। चंद्र आर्य का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब खालिस्तानियों ने निज्जर की हत्या की बरसी मनाई। इसके अलावा कनाडा की संसद में भी उसके लिए एक मिनट का मौन रखा गया था। खालिस्तानी तत्वों ने भारतीय कौंसुलेट के बाहर जन अदालत का आयोजन भी किया था।
चंद्र आर्य ने तीखे शब्दों को संसद को संबोधित करते हुए कहा, 'मिस्टर स्पीकर, 23 जून को आतंकी हमले में मारे गए लोगों को याद किया है। 39 साल पहले खालिस्तानी आतंकियों ने एयर इंडिया की फ्लाइट 182 कनिष्क को बम से उड़ा दिया था। इस हमले में 329 लोग मारे गए थे। कनाडा के इतिहास में कभी इतना भीषण आतंकी हमला नहीं हुआ।' उन्होंने कहा कि आज वह विचारधारा फिर से सिर उठा रही है।
सांसद बोले- अब इंदिरा गांधी की हत्या का भी हो रहा चित्रण
भारत की पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की मौत का चित्रण किया जा रहा है। गौरतलब है कि कनाडा में खालिस्तान के उभार के मसले पर भारत ने भी कई बार ऐतराज जताया है। हालांकि कनाडा के रवैये में सुधार नहीं है। यहां तक कि वह खालिस्तानी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या को लेकर भारत से लगातार टकराव मोल ले रहे हैं।