RO.No. 13047/ 78
राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

सुनीता विलियम्स अभी भी अंतरिक्ष में फंसी हुई, नासा उनकी वापसी को लेकर प्लान बना रहा है

वॉशिंगटन
 अमेरिकी स्पेस एजेंसी नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स स्पेस में फंसी हैं। वह अपने साथी बुच विल्मोर के साथ बोइंग स्टारलाइनर के जरिए अंतरिक्ष में गई थीं। 5 जून को अंतरिक्ष के लिए उन्होंने उड़ान भरी थी। स्पेस से उन्हें 8 दिनों बाद आना था। लेकिन दो महीने के बाद भी उनकी वापसी नहीं हो पाई है। बोइंग स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी देखी गई। इस बीच खबर आई है कि अगर उनकी वापसी स्टारलाइनर से होती है तो उनकी जान को खतरा हो सकता है। एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिकी सैन्य अंतरिक्ष प्रणालियों के पूर्व कमांडर रूडी रिडोल्फी ने वायुमंडल में पुनः प्रवेश से जुड़े जोखिमों पर प्रकाश डाला।

उन्होंने बताया कि अंतरिक्ष यान की री-एंट्री में गड़बड़ी हुई तो बड़ा रिस्क पैदा हो जाएगा। थ्रस्टर में खराबी आ जाती है तो स्टारलाइनर अंतरिक्ष में फंस सकता है। तब अंतरिक्षयात्रियों के पास सिर्फ 96 घंटे का ऑक्सीजन रह जाएगा। उनका कहना है कि पुनः प्रवेश के दौरान गलत संरेखण से कैप्सूल वायुमंडल में उछल सकता है और कक्षा में बना रह सकता है। वहीं वह गलत कोण होने से स्टारलाइनर के जल जाने की भी आशंका जताते हैं, जिससे अंतरिक्ष यात्रियों की जान खतरे में आ जाएगी।

वापसी के लिए मीटिंग करेगा नासा

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी ‘नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन’ (नासा) इस सप्ताहांत में यह फैसला करेगी कि बोइंग का नया कैप्सूल अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) से सुनीता विलियम्स समेत उन दो अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी के लिए सुरक्षित है या नहीं, जो जून से पृथ्वी पर लौटने का इंतजार कर रहे हैं। नासा प्रशासक बिल नेल्सन और अन्य शीर्ष अधिकारी शनिवार को बैठक करेंगे जिसके बाद इस संबंध में घोषणा होने की संभावना है।

अंतरिक्ष में 2025 तक रहना पड़ेगा?

अंतरिक्ष यात्रियों सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने पांच जून को बोइंग के स्टारलाइनर से अंतरिक्ष में उड़ान भरी थी। इस परीक्षण उड़ान के दौरान ‘थ्रस्टर’ में खराबी आ गई और ‘हीलियम’ रिसाव के कारण नासा ने कैप्सूल को स्टेशन पर ही खड़ा रखा और इंजीनियर इस बात पर विचार कर रहे हैं कि आगे क्या किया जाना चाहिए। ‘स्पेसएक्स’ अंतरिक्ष यात्रियों को वापस ला सकता है, लेकिन इसके लिए उन्हें अगले फरवरी तक वहां रहना पड़ेगा। उन्हें स्टेशन पर पहुंचने के एक या दो सप्ताह बाद वापस लौटना था। यदि नासा यह निर्णय लेता है कि ‘स्पेसएक्स’ से अंतरिक्ष यात्रियों की वापसी ही उचित मार्ग है, तो स्टारलाइनर सितंबर में पृथ्वी पर खाली ही लौट आएगा।

जमीन पर हो रही टेस्टिंग

नासा ने कहा कि इंजीनियर ‘स्टारलाइनर थ्रस्टर’ के लिए एक नए कंप्यूटर मॉडल का आकलन कर रहे हैं। नासा ने कहा कि अंतिम फैसला करते समय हर प्रकार के जोखिम का विश्लेषण किया जाएगा। बोइंग ने इस महीने की शुरुआत में कहा था कि अंतरिक्ष और जमीन पर ‘थ्रस्टर’ के व्यापक परीक्षण से पता चला है कि स्टारलाइनर अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित वापस लाने में सक्षम है। यह बोइंग की पहली परीक्षण उड़ान थी जिसमें चालक दल सवार था। ‘स्पेस शटल’ के सेवा से हटने के बाद नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों की अंतरिक्ष स्टेशन पर आवाजाही का काम बोइंग और स्पेसएक्स को सौंपा है। ‘स्पेसएक्स’ 2020 से यह काम कर रहा है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

RO.No. 13047/ 78

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button