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राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

संत रविदास स्मारक समाज को एक सूत्र में पिरोने की मिसाल बनेगा

समरसता यात्रा के स्वागत के लिये राजगढ़, इंदौर, ग्वालियर, नरसिंहपुर और पन्ना में उमड़ा जनसैलाब

भोपाल

संत रविदास के संदेश और जीवन मूल्यों के प्रति समाज में जागरूकता लाने के उद्देश्य से प्रदेश के विभिन्न स्थानों से निकाली जा रही समरसता यात्राएँ 12 अगस्त को सागर पहुँचेंगी, जहाँ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संत रविदास मंदिर निर्माण का शिलान्यास करेंगे। यात्राओं ने 9वें दिन 3 अगस्त को राजगढ़, इंदौर, ग्वालियर, नरसिंहपुर और पन्ना जिले में सद्भावना का संदेश दिया।

संत रविदास समरसता यात्राओं में प्रतिदिन जनसैलाब उमड़ रहा है। संत रविदास समरसता यात्रा रथ जहाँ-जहाँ से गुजर रहा है, वहाँ के लोग स्मारक निर्माण के लिये अपने क्षेत्र की मिट्टी तथा नदियों का जल देकर धन्य हो रहे हैं। सभी जगह विभिन्न समाज के लोगों द्वारा हर्षोल्लास के साथ समरसता यात्रा का भव्य स्वागत किया जा रहा है।

समरसता यात्रा के 9वें दिन आज राजगढ़ जिले में विधायक कुंवर कोठार, इंदौर में जन-प्रतिनिधियों ने ग्वालियर में ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने, नरसिंहपुर में म.प्र. गोपालन और पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि और पन्ना में जन-प्रतिनिधियों ने समरसता यात्रा का स्वागत किया।

राजगढ़

रूट क्रमांक 1 की संत रविदास यात्रा ने 25 जुलाई को नीमच से प्रारंभ होकर 3 अगस्त को आगर-मालवा से होते हुए राजगढ़ जिले के सारंगपुर पहुँचकर समरसता का संदेश दिया। गाँव-गाँव की मिट्टी और नदियों के जल कलश एकत्रित किये। सारंगपुर पहुँचने पर समरसता यात्रा का आत्मीयता के साथ भव्य स्वागत किया गया। सारंगपुर के कोलीवाड़ा स्थित संत रविदास मंदिर में रविदास जी की  पूजा-अर्चना के बाद नगर में समरसता यात्रा निकाली गई। नगर भ्रमण के दौरान अनेक सामाजिक मंचों,  व्यापारिक मंचों, समुदायों द्वारा पुष्प-वर्षा कर यात्रा का स्वागत किया गया तथा चरण-पादुका की पूजा-अर्चना की। समरसता यात्रा सारंगपुर नगर के न्यू बस स्टैंड रोड, भीरू दरवाजा रोड, बस स्टेंड, प्रमुख मार्गो से होते हुए राठी मांगलिक भवन पहुँचीं। यहाँ जन-संवाद  आयोजित किया गया।

जन-संवाद कार्यक्रम में विधायक सारंगपुर कुंवर कोठार ने संत रविदास के उपदेशों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि गाँव-गाँव की मिट्टी और जल से बनने वाले मंदिर से नागरिकों में भावना जागेगी कि निर्माण में हमारी भी मिट्टी और जल शामिल है। इससे अपनेपन का संदेश जाएगा। संत पवन दास महाराज ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  ने संत रविदास समरसता यात्रा के माध्यम से समाज और देश को एक सूत्र में जोड़ने का काम किया है। संत रविदास के मंदिर के निर्माण के लिए राजगढ़ जिले के सारंगपुर तहसील के ग्राम पढ़ाना, महु, गुलावता, पाडलिया, भैसवा, बिलोदा तथा तलेनी ग्राम से लाई गई मिट्टी और जल कलश समरसता यात्रा को भेंट किया गया। जन-संवाद कार्यक्रम में संस्कृति विभाग के लोक गायकों के दल ने संत रविदास की स्तुति में भजन गाए। कलाकारों की भक्तिपूर्ण प्रस्तुति से वातावरण भक्तिमय हो गया।

इंदौर

रूट क्रमांक 2 की संत रविदास यात्रा ने 25 जुलाई को धार जिले के माण्डव से प्रारंभ होकर 3 अगस्त को इंदौर के विभिन्न स्थानों पर सदभावना संदेश दिया। जिले में इस यात्रा ने आज शाम खण्डवा रोड स्थित ग्वालूफाटा से प्रवेश किया। यात्रा का ढोल-ताशे, कलश यात्रा और पुष्पवर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया। यह यात्रा ग्वालूफाटा से प्रारंभ होकर चोरल, बाईग्राम, सिमरोल, मेमदी, आबाचंदन, हरसोला फाटा, गुजरखेड़ा होती हुई डॉ. अम्बेडकर नगर महू पहुँची।

यात्रा का ग्वालूफाटा में भव्य स्वागत किया गया। चोरल में जन-संवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रारम्भ में संत रविदास जी की पादुका का पूजन किया गया। इस यात्रा में समाज के सभी वर्ग, सभी जाति के लोग शामिल हुए। इस अवसर पर जनपद अध्यक्ष महू सरदार मालवीय ने भगवान परशुराम जी की जन्मस्थली जानापाव से लाया गया साढ़े सात नदियों का जल एवं मिट्टी कलश समरसता यात्रा को भेंट किए।

मांडव से प्रारंभ हुई यात्रा इंदौर जिले में पंधाना, छेगांव माखन, बड़वाह, मोरटक्का, बलवाड़ा होते हुये आज खण्डवा रोड स्थित ग्वालूफाटा से इंदौर पहुँची। यह यात्रा 6 अगस्त तक इंदौर में रहेगी। इस दौरान जगह-जगह कार्यक्रम होंगे और यात्रा का भव्य स्वागत किया जायेगा।

ग्वालियर

रूट क्रमांक 3 की संत रविदास समरसता यात्रा ने 25 जुलाई को श्योपुर जिले से प्रारंभ होकर 2 अगस्त को ग्वालियर के विभिन्न स्थानों पर सद्भावना संदेश दिया। संत रविदास समरसता यात्रा गुरूवार को उपनगर ग्वालियर, शिंदे की छावनी, महाराज बाड़ा व गोल पहाड़िया सहित शहर की विभिन्न बस्तियों से होकर गुजरी। साथ ही गोल पहाड़िया पर जन-संवाद कार्यक्रम भी हुआ।

ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर समरसता यात्रा में संत शिरोमणि रविदास जी की चरण पादुकाएँ शीष पर धारण कर यात्रा के नगर भ्रमण के दौरान नंगे पैर मीलों पैदल चले। पूर्व मंत्री नारायण सिंह कुशवाह भी लश्कर क्षेत्र में संत रविदास जी की चरण पादुकाएँ सिर पर रखकर समरसता यात्रा के साथ पैदल चले। समरसता यात्रा का शहरवासियों ने जगह-जगह श्रृद्धा-भाव से भव्य स्वागत किया।

बाँस शिल्प बोर्ड के अध्यक्ष घनश्याम पिरोनिया एवं हरिद्वार की साध्वी रंजना दीदी के नेतृत्व में आई समरसता यात्रा का ग्वालियर शहर में जगह-जगह पर जन-प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। साथ ही संत रविदास जी की चरण पादुकाओं और गंगा जल कलश की पूजा की।

संत रविदास जी की समरसता यात्रा गुरूवार को उपनगर ग्वालियर के अंतर्गत बहोड़ापुर से शुरू हुई और जनकताल, रामजी की पुलिया, बकरा मंडी व गेंडेवाली सड़क होते हुए लश्कर क्षेत्र में पहुँची। यात्रा काजल टॉकीज, दौलतगंज, महाराज बाड़ा, हनुमान चौराहा, लक्ष्मीगंज, संजय नगर व जागृतिनगर होते हुए गोल पहाड़िया पहुँची। यहाँ पर जन-संवाद कार्यक्रम हुआ। समरसता यात्रा ने गोल पहाड़िया से बरई पनिहार के लिये प्रस्थान किया। इसके बाद घाटीगाँव पहुँची। वहाँ पर जन-संवाद हुआ। इसी कड़ी में रेंहट होते हुए समरसता यात्रा मोहना पहुँची और जन संवाद के बाद रात्रि विश्राम करेगी। चार अगस्त को प्रात:काल समरसता यात्रा मोहना से बैराड़, जिला शिवपुरी के लिये प्रस्थान करेगी।

नरसिंहपुर

बालाघाट से 25 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक 4 की समरसता यात्रा ने 3 अगस्त को नरसिंहपुर के विभिन्न स्थानों पर सद्भावना संदेश दिया। संत शिरोमणि रविदास जी के संदेशों को जन-जन तक पहुँचाने के उद्देश्य से आयोजित समरसता यात्रा दूसरे दिन डीएम पैलेस करेली से गाडरवारा के लिए निकली। मध्यप्रदेश गोपालन एवं पशुधन संवर्धन बोर्ड के अध्यक्ष स्वामी अखिलेश्वरानंद गिरि, जन अभियान परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार, छिपेश्वर महाराज सहित अन्य जन-प्रतिनिधियों ने गंगाजल कलश और चरण पादुका का पूजन कर यात्रा को रवाना किया। यात्रा ने करेली से करपगाँव, शाहपुर, बटेसरा, चिकसा, कनवास, टिकटोली, नारगी, माल्हनवाड़ा, पनारी, खड़ई, मचवारा, इमलिया कल्याणपुर, मनकवारा, नयागाँव, सिहोरा, पुरगवाँ, बम्होरी, ठुठी, बोहानी, कौड़िया में समरसता का संदेश दिया।

पन्ना

सिंगरौली से 26 जुलाई को प्रारंभ हुई रूट क्रमांक 5 की समरसता यात्रा 3 अगस्त को पन्ना जिले के पवई विधानससभा क्षेत्र के कई स्थानों पर पहुँची। इस दौरान पवई, मोहन्द्रा, अमानगंज और तारा में जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए गए। यात्रा के दौरान विधानसभा क्षेत्र के कई ग्रामों के नागरिकों ने समरसता यात्रा का भव्य स्वागत किया। तेज बारिश के बावजूद भी लोगों ने उत्साह के साथ यात्रा में सहभागिता की। समरसता यात्रा 4 अगस्त को पन्ना विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत ग्राम बीरा से छतरपुर जिले में प्रवेश करेगी।

चार अगस्त की समरसता यात्रा का रूट

नीमच से प्रारंभ प्रथम रूट की समरसता यात्रा 11वें दिन 4 अगस्त को राजगढ़, द्वितीय रूट की धार से प्रारंभ यात्रा इंदौर, तृतीय रूट की श्योपुर से प्रारंभ यात्रा ग्वालियर, चतुर्थ रूट की बालाघाट से प्रारंभ यात्रा नरसिंहपुर एवं पाँचवें रूट की सिंगरौली से प्रारंभ यात्रा पन्ना में संत रविदास के संदेशों को जन-जन तक पहुँचायेगी।

 

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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