राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

टेक्सास में भारत की छात्रा को कार ने रौंदा, दोस्तों ने किया फंड रेजिंग, फिर भी नहीं बच सकी

गुंटूर
 आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले की 23 साल की छात्रा वंगावोलु दीप्ति की टेक्सास के डेंटन सिटी में एक हिट-एंड-रन घटना में मौत हो गई। यह घटना उनकी मास्टर डिग्री पूरी होने से कुछ हफ्ते पहले हुई। 12 अप्रैल की सुबह हुई इस दुर्घटना में एक तेज रफ्तार सेडान ने दीप्ति और उनकी दोस्त स्निग्धा को टक्कर मार दी और मौके से फरार हो गई। दीप्ति को गंभीर चोटें आईं और 15 अप्रैल को उन्होंने अस्पताल में दम तोड़ दिया। डेंटन पुलिस मामले की जांच कर रही है और जनता से मदद की अपील की है।

कैसे हुआ हादसा?
दीप्ति 2023 में नरसाराओपेट इंजीनियरिंग कॉलेज से बीटेक करने के बाद अमेरिका में नॉर्थ टेक्सास विश्वविद्यालय में कंप्यूटर और सूचना विज्ञान में मास्टर कर रही थीं। दीप्ति और स्निग्धा 12 अप्रैल की सुबह कैरिल अल लागो ड्राइव पर टहल रही थीं। तभी एक तेज रफ्तार कार ने उन्हें टक्कर मार दी। यह एक रिहायशी इलाका है। टक्कर लगने के बाद कार चालक वहां से भाग गया। दीप्ति को सिर में गंभीर चोटें आईं। स्निग्धा को भी चोटें आईं। लेकिन वे जानलेवा नहीं थीं।

इलाज के दौरान तोड़ा दम
घटना के बाद आपातकालीन सेवा वाले तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने दोनों को अस्पताल पहुंचाया। दीप्ति को आईसीयू में रखा गया। लोगों ने क्राउडफंडिंग के जरिए लगभग 80,000 डॉलर जुटाए। ताकि उनका इलाज हो सके। लेकिन 15 अप्रैल को दीप्ति ने दम तोड़ दिया। स्निग्धा का इलाज अभी भी चल रहा है। डेंटन पुलिस इस मामले की जांच कर रही है। उन्होंने लोगों से अपील की है कि वे कार को ढूंढने में मदद करें।

जमीन बेचकर बेटी को भेजा था विदेश
दीप्ति के परिवार वाले इस खबर से बहुत दुखी हैं। उन्होंने बताया कि उनकी आखिरी बात 10 अप्रैल को हुई थी। दीप्ति ने अपने माता-पिता को मई में होने वाले दीक्षांत समारोह में आने के लिए कहा था। उनके पिता हनुमंत राव एक छोटे व्यापारी हैं। उनकी मां रमादेवी एक गृहिणी हैं। उन्होंने अपनी बेटी को विदेश में पढ़ाने के लिए अपनी जमीन का एक हिस्सा बेच दिया था।

सोमवार को घर पहुंचेगा शव
दीप्ति का पार्थिव शरीर शनिवार को हवाई जहाज से लाया जाएगा और सोमवार को घर पहुंचेगा। जूनियर केंद्रीय मंत्री पेम्मासानी चंद्रशेखर के कार्यालय ने अमेरिका में अधिकारियों के साथ मिलकर काम किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि दीप्ति को तुरंत चिकित्सा सहायता मिले। अब वे उनके डेडबॉडी को वापस लाने की व्यवस्था कर रहे हैं।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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