रविंद्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती मनाई गयी

भिलाई-महर्षि दयानंद सरस्वती शिशु मंदिर,उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय,कैलाश नगर में आज 08 मई को रविन्द्रनाथ टैगोर की 164वीं जयंती मनाई गयी.उपस्थित लोगों ने रविन्द्रनाथ टैगोर की मूर्ति के सामने दीपप्रज्वलन कर पुष्पांजलि अर्पित कर माल्यार्पण किया.शुभम सिंह ने रविंद्रनाथ टैगोर के बारे में बताया.उन्होंने बताया कि रविंद्रनाथ टैगोर जिनको कि कोबिगुरु,गुरुदेव के नाम से भी जाना जाता है का जन्म 07 मई को ठाकुर बाड़ी कोलकाता में हुआ था.पिता का नाम देबेन्द्रनाथ टैगोर था एवं माता का नाम शारदा देवी था.गुरुदेव एक कवि, लेखक, दार्शनिक, समाजसेवक, चित्रकार थे.सन 1913 में उन्हें गीतांजलि काव्य के लिए साहित्य का नोबेल पुरुस्कार दिया गया था.वे प्रकृति के बीच शिक्षा ग्रहण की जाए इसी सोच के साथ उन्होंने शान्तिनिकेतन की स्थापना की .उन्होंने भारत के राष्ट्रगान एवं बांग्लादेश के राष्ट्रगान की रचना की थी.उनकी मृत्यु 80 वर्ष की उम्र में 07 अगस्त को कोलकाता में हुयी थी.
उनकी जयंती के अवसर पर शम्भुनाथ साहा,पुरषोत्तम गुरूजी,पूनम तिवारी एवं पूनम चौबे ने उनके प्रसिद्ध गीत एकला चलो रे …का गायन किया.इस अवसर पर बी.के.दत्ता,दिनेश पुरवार,जयंत बागची,श्रीमती शैल तिवारी सहित शिक्षक-शिक्षिकाए एवं विद्यार्थीगण उपस्थित थे.