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कनाडाई मीडिया ने प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो पूछे तीखे सवाल, अब अपनी कुर्सी नहीं बचा पाएंगे

नईदिल्ली

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कनाडाई नागरिक और खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में विदेशी हस्तक्षेप का मुद्दा ऐसे समय में उठाया जब उन्हें देश में मंहगाई, हाउसिंग और जीवन की लागत पर घेरा जा रहा है. पोल्स में वो अपने विपक्षी से लगातार पिछड़ रहे हैं और एक वक्त युवाओं के बीच बेहद लोकप्रिय ट्रूडो अपनी लोकप्रियता तेजी से खो रहे हैं. सत्ता खोने के डर के बीच ट्रूडो ने भारत पर निज्जर हत्याकांड में संलिप्तता के आरोप लगाए हैं लेकिन उनका यह एजेंडा भी नाकामयाब होता दिख रहा है.

कनाडा की मीडिया घरेलू मुद्दों को लेकर ट्रूडो को घेर रही थी और विदेशी हस्तक्षेप का मुद्दा उछालने के बाद भी कनाडाई मीडिया के ट्रूडो से तीखे सवाल रुके नहीं है. हाल ही में उन्होंने कनाडा ब्रॉडकास्टिंग कॉर्पोरेशन (CBC) को एक इंटरव्यू दिया है जिसमें हाउसिंग, महंगाई और जीवन लागत की बढ़ती कीमत को लेकर उनसे जवाबदेही मांगी गई.

ट्रूडो से तीखे सवाल

कनाडाई एंकर ने ट्रूडो से कहा कि उनके पोलिंग नंबर्स बेहद खराब हैं. एंकर ने पूछा, '2015 में जब से आप चुनकर आए हैं, ये इतने खराब कभी नहीं रहे. आप युवाओं में बेहद लोकप्रिय थे लेकिन अब वो आपसे दूर रहे हैं. आपको क्या लगता है… युवा आपसे क्यों दूर हो रहे हैं?

जवाब में ट्रूडो ने कहा, 'हमने युवाओं के साथ काम किया है. वो एक ऐसी सरकार को छोड़कर हमसे जुड़े थे जो जलवायु परिवर्तन पर कुछ नहीं कर रही थी, जो सभी को समान आर्थिक मौके देने के बारे में नहीं सोच रही थी. हमने उन्हें अपने पक्ष में किया था. कोविड महामारी से पहले हम अच्छी स्थिति में थे लेकिन पिछले कुछ साल बेहद मुश्किल रहे हैं, खासकर युवाओं के लिए. खाने-पीने के सामानों के दाम बढ़े हैं, बल्कि घर खरीदने के सपने को भी झटका लगा है. हम इस दिशा में काम कर रहे हैं.'

सीबीसी एंकर ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि 56 प्रतिशत लोगों ने आपके (ट्रूडो के) बारे में नकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, 27 प्रतिशत ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है. तो क्या आपको लगता है कि उन्हें अपने पक्ष में रखने के लिए आप और बेहतर काम कर सकते थे?

ट्रूडो ने कहा कि वो अब भी कनाडा के लोगों की बेहतरी की दिशा में लगातार काम कर रहे हैं. ट्रूडो ने महंगाई और हाउसिंग जैसे मुद्दों पर खुद की नाकामी को छिपाने के लिए महामारी के साथ-साथ रूस-यूक्रेन युद्ध को इसके लिए जिम्मेदार बताया.

उन्होंने आगे कहा, 'रूस-यूक्रेन युद्ध खाद्य कीमतों के साथ-साथ ऊर्जा की कीमतों को बढ़ा रहा है. वैश्विक आर्थिक मंदी के कारण ब्याज दरें बढ़ी हैं जिससे महंगाई बढ़ती जा रही है. इन चीजों ने लोगों के जीवन पर बहुत बड़ा असर डाला है. हमारी सरकार लगातार काम कर रही है, और लोगों का सवाल वाजिब है कि सरकार क्या कर रही है? हम बहुत जटिल समस्याओं का सकारात्मक जवाब ढूंढ रहे हैं और आने वाले सालों में युवाओं को एक बेहतर भविष्य दे पाएंगे.'

अपनी नाकामी की ठीकरा पिछली सरकार पर फोड़ रहे ट्रूडो

एंकर ने सवाल किया कि जब वो प्रधानमंत्री पद के लिए अपना चुनावी अभियान चला रहे थे तब उसका एक बड़ा मुद्दा ये था कि वो लोगों को उनकी क्षमता के भीतर घर खरीदने का सपना पूरा करने में मदद करेंगे लेकिन 2015 में जब से वो सत्ता में हैं, कनाडा में बेंचमार्क हाउसिंग प्राइस 70% बढ़ गया है. एंंकर ने पूछा, 'आपकी सरकार ने 8 सालों में और अधिक घर बनाने को लेकर बेहद कम काम किया है. इस आरोप पर आप क्या कहेंगे?

इस सवाल का सटीक जवाब देने के बजाए ट्रूडो एंकर से ही सवाल करने लगे कि अगर उनकी सरकार ने 8 सालों में हाउसिंग सेक्टर के लिए काम नहीं किया होता तो कनाडा हाउसिंग सेक्टर की स्थिति क्या होती.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने साल 2017 में 70 अरब डॉलर की लागत से नेशनल हाउसिंग स्ट्रेटेजी लॉन्च की जिससे 20 लाख परिवारों को उनका घर मिला. लोगों को अपना घर न दे पाने के आरोपों का ठीकरा ट्रूडो ने पिछली सरकार पर थोपते हुए कहा कि 2015 से पहले की सरकार 10 साल सत्ता में रही लेकिन उसने इस दिशा में कोई काम नहीं किया.

ट्रूडो को लगा था कि भारत विरोधी एजेंडा चलाकर वह आम जनता का ध्यान बांटने में कामयाब हो जाएंगे लेकिन फिलहाल ऐसा होता नजर नहीं आ रहा है.

 

 

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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