RO.NO.12879/162
व्यापार जगत

दुनिया में सबसे तेज इंटरनेट के लिए ‘भारत 6G गठजोड़’ की शुरुआत, भारत में 2029 तक लॉन्च का लक्ष्य

नई दिल्ली
  भविष्य की 6G तकनीक के लिए भारत ने अभी से कदम बढ़ाने शुरू कर दिए हैं। राजधानी दिल्ली में सोमवार को केंद्रीय टेलीकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ‘भारत 6G गठजोड़’ की घोषणा की। इसके तहत टेलीकॉम क्षेत्र के सभी हितधारक एक छत के नीचे आकर नई तकनीक की दिशा में काम करेंगे। केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव ने इस समूह की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि 5जी में भारत दुनिया के साथ आगे बढ़ा है लेकिन 6G में हमारा लक्ष्य है कि दुनियाभर में हम सबसे आगे रहें। इस साल मार्च में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘भारत 6G विजन लॉन्च’ किया था। इसी के तहत 6G समूह काम करेगा। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि भारत अब दूरसंचार प्रौद्योगिकियों का निर्यातक बन चुका है और इसके पास पहले से ही 6G प्रौद्योगिकी से जुड़े करीब 200 पेटेंट हैं। हमें वर्ष 2030 तक 6G पेटेंट के मामले में भारत की हिस्सेदारी को 10 प्रतिशत तक ले जाने का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए।

चिप प्लांट का शिलान्यास जल्द: उन्होंने बताया कि गुजरात में चार से छह हफ्तों के अंदर भारत की पहली सेमीकंडक्टर चिप प्लांट का शिलान्यास किया जाएगा। इस प्लांट में सेमीकंडक्टर चिप का उत्पादन दिसंबर 2024 तक शुरू हो जाएगा। क्या है यह समूह: 6G गठजोड़ उद्योग जगत के नेतृत्व वाली संस्था होगी। इसमें सरकारी के साथ-साथ निजी क्षेत्र की कंपनियां भी शामिल रहेंगी। साथ ही शैक्षणिक और शोध संस्थानों के भी प्रतिनिधि शामिल रहेंगे। इस संस्था का काम होगा कि 6G के इस्तेमाल से जुड़ी बारीकियों का अध्ययन करे। समूह 6G से जुड़े उपकरणों को तैयार करने और बाजार तक पहुंचाने में सहायक रहेगा।

सभी क्षेत्रों के लिए उपयोगी: 6G तकनीक का इस्तेमाल रोबोटिक सर्जरी, ऑनलाइन ट्रीटमेंट जैसी स्वास्थ्य जरूरतों में होगा। वहीं, शिक्षा के क्षेत्र में स्मार्ट क्लास के डिस्टेंस एजुकेशन के क्षेत्र में ये तकनीक इस्तेमाल में लाई जाएगी। कई देशों में हो रहा परीक्षण: इंटरनेशनल टेलीकम्युनिकेशन यूनियन के अनुसार यूरोप के कई देशों में 6G बेड की सुविधा है। यहां दुनियाभर में निर्मित हो रहे 6G टेक्नोलॉजी से जुड़े उत्पादों का परीक्षण हो रहा है। रिपोर्ट के अनुसार ब्रिटेन, स्पेन, फिनलैंड, ग्रीस और फ्रांस में इस पर काम चल रहा है। जापान में भी इसका परीक्षण जारी है।

दुनिया के लिए 6G के मायने

1.इंटरनेट नेटवर्क की छठी पीढ़ी दुनिया को सबसे तेज इंटरनेट सेवा देगी

2.5जी स्पीड 10 जीबीपीएस है, 6G की स्पीड 1000 जीबीपीएस तक होगी
3.5जी की तुलना में एकसाथ करीब दस गुना अधिक डिवाइस जुड़ जाएगी

4.हाई क्वालिटी वीडियो 142 घंटे का एक सेकंड में ही डाउनलोड हो सकेगा
5.ढ़ाई घंटे की एचडी मूवी 6G के जरिए एक सेकंड में डाउनलोड हो सकेगी

ऐसे काम आएगी तकनीक

    – एआई, मशीन लर्निंग, चैट जीपीटी के दौर में तकनीक प्रभावी होगा। दो लोगों या उत्पादों के बीच बेहतर समन्वय रखने में सक्षम।
    – ये टेलीकॉम दुनिया का ऐसा आधुनिक नेटवर्क होगा जो इंसानों के साथ पर्यावरण और वस्तुओं को महूसस करने में भी सक्षम होगा।
     कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में 6G सर्विस नया आयाम बनाएगी। कॉल के साथ इंटरनेट सर्फिंग और डाउनलोडिंग आसान बनेगी।
    – संचालन आसान और सस्ता होगा, खर्चे में कटौती संभव है।
    – सुरक्षा और विश्वास इसकी सबसे बड़ी ताकत होगी, भविष्य में साइबर अपराधियों के लिए मुश्किल खड़ी कर सकती है ये तकनीक।

 

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

RO.NO.12879/162

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button