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राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

बाबा बर्फानी की निगरानी के लिए पहली बार मंडराए वायु सेना के हेलीकॉप्टर

-दोनों रास्तों पर चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिये भारी मशीनें पहुंचा रही है वायु सेना

-यात्रा के दौरान प्रमुख पड़ावों पर चौबीस घंटे उपलब्ध रहेगा एक-एक हेलीकॉप्टर

नई दिल्ली
 जम्मू-कश्मीर के दो मार्गों बालटाल और पहलगाम से चल रही अमरनाथ यात्रा की हवाई निगरानी वायु सेना के हेलीकॉप्टर भी कर रहे हैं। साथ ही वायु सेना इस यात्रा को आरामदायक बनाने के लिए दोनों रास्तों पर अपने मालवाहक चिनूक हेलीकॉप्टर के जरिये भारी मशीनें पहुंचा रही है। यह पहला मौका है, जब 62 दिवसीय तीर्थयात्रा के दौरान अमरनाथ गुफा मंदिर के ऊपर वायु सेना के हेलीकॉप्टर मंडराते दिखाई दे रहे हैं।

अमरनाथ यात्रा हमेशा से ही सुरक्षा-व्यवस्था के दृष्टिकोण से संवेदनशील रही है। आतंकी धमकियों के चलते हर साल जम्मू-कश्मीर पुलिस, सेना, सीआरपीएफ, सीएपीएफ, सीआईएसएफ और अन्य अर्धसैनिक बलों को तैनात किया जाता रहा है। इस बार गृह मंत्रालय ने भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों को भी यात्रा के रास्तों पर तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा के लिए तैनात किया है। इसके साथ ही पहली बार भारतीय वायु सेना ने 30 अगस्त को रक्षाबंधन त्योहार पर समाप्त होने वाली इस 62 दिवसीय वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान अमरनाथ गुफा मंदिर की हवाई निगरानी करने के लिए अपने हेलीकॉप्टरों को तैनात किया है।

दरअसल, अमरनाथ यात्रा के दौरान त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की जा रही है, इसलिए भारतीय वायु सेना भी पहली बार किसी भी आपात स्थिति के समय बचाव मशीनों के रूप में कार्य करने के अलावा सुरक्षा क्षेत्र को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इस साल अमरनाथ यात्रा को पूरी तरह से सुरक्षित और सुचारू बनाने में भारतीय वायुसेना के हेलीकॉप्टर महत्वपूर्ण भूमिका निभाकर पवित्र गुफा के आसपास हवाई निगरानी कर रहे हैं। साथ ही यात्रा के दौरान तीर्थयात्रियों की भारी भीड़ की उम्मीद करते हुए प्रशासन ने बुनियादी ढांचे, बुनियादी सुविधाओं और कड़ी सुरक्षा सहित पर्याप्त व्यवस्था की है।

वायु सेना के अधिकारियों ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में केवल आपातकालीन स्थितियों में आईएएफ की उड़ानें पहले भी हुई थीं लेकिन इस बार हेलीकॉप्टर नियमित अंतराल पर बालटाल और पहलगाम मार्गों और पवित्र गुफा के आसपास निगरानी रख रहे हैं। किसी भी प्रकार की जरूरत पड़ने पर दोनों मार्गों पर यात्रा के दौरान प्रमुख पड़ावों पर एक-एक हेलीकॉप्टर चौबीसों घंटे उपलब्ध रहेगा। वायु सेना के हेलीकॉप्टरों को अस्वस्थ तीर्थयात्रियों, कार्डियक अरेस्ट से पीड़ित लोगों या किसी मेडिकल आपात स्थिति के समय बहुमूल्य जीवन बचाने और स्वास्थ्य केंद्रों में स्थानांतरित करने के लिए लगाया गया है। हेलीकॉप्टरों का उपयोग यात्रा मार्ग पर तैनात सुरक्षा बलों के लिए आवश्यक उपकरण पहुंचाने और अन्य चिकित्सा आपात स्थितियों को पूरा करने में भी किया जा रहा है।

 

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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