देवघर में बड़ा हादसा, अनियंत्रित होकर नहर में गिरी बोलेरो, 5 की मौत
देवघर
विजयदशमी के दिन देवघर में बड़ा हादसा हो है. दरअसल, जिला मुख्यालय से दूर 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित चितरा थाना क्षेत्र के सिकटिया में अजय बराज के पास एक बोलेरो अनियंत्रित होकर नहर में गिर पड़ी. जिसमें दो बच्चे समेत पांच की मौत हो गयी. घटना मंगलवार की अहले सुबह करीब 5:15 बजे की है. मृतकों में गिरिडीह जिले के शांखो बांसडीह निवासी मुकेश राय (32वर्ष) समेत उनकी पत्नी लवली कुमारी (28वर्ष), बेटी जीवा (3वर्ष), एक वर्षीय पुत्र व उनका साला शामिल है.
कैसे हुआ हादसा
जानकारी के मुताबिक मुकेश ससुराल से अपनी पत्नी समेत बच्चों को घर लेकर जा रहा था. उनके साथ उनका साला रोशन मौजूद था. इस दौरान 5:15 बजे उनका बोलेरो जैसे ही अजय बाराज के आगे नहर के आगे तीखे मोड़ पर पहुंची चालक ने अपना नियंत्रण खो दिया. और उनकी गाड़ी पुल की रेलिंग तोड़ते हुए 15 फीट नीचे नहर में जा गिरी. नहर में करीब सात फीट पानी भरा था.
बाल -बाल बचा चालक
इस वजह से बोलेरो पूरी तरह पानी में डूब गया. गाड़ी में चालक समेत छह लोग सवार थे. हालांकि, इस घटना में चालक किसी तरह बच निकला. लेकिन, बोलेरो में सवार सभी लोग अंदर ही फंसे रहे गये. हादसे की सूचना मिलते ही सिकटिया गांव के ग्रामीण दौड़े और पहले बाराज के नहर का गेट बंद कराया. उसके बाद नहर में गोता लगाकर सभी को ढूंढने का प्रयास किया गया. काफी मशक्कत के बाद सभी के शव को बरामद कर लिया गया.
घटना की सूचना मिलने के बाद चितरा थाना प्रभारी राजीव कुमार भी दललल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और मामले की जानकारी ली. पुलिस ने बोलेरो चालक को अपनी कस्टडी में ले लिया है. घटना की सूचना पाकर बाद में मृतक के परिजन सहित आसपास के दर्जनों गांव के सैंकड़ों लोग घटनास्थल पर पहुंचे. इस दौरान परिजनों की चीत्कार से माहौल गमगीन हो गया था. दुर्घटना की सूचना पाकर सारठ विधायक रणधीर सिंह भी घटनास्थल पहुंचे और परिजनों को ढांढस बंधाया.
हादसे में जख्मी बोलेरो के ड्राइवर को इलाज़ के लिए सारठ के अस्पताल ले जाया गया है. मरने वालों में पति-पत्नी और दो बच्चे शामिल हैं. दोनों बच्चों में एक की उम्र 1 वर्ष और दूसरे की 6 महीने बताई जा रही है.
हादसा उस वक्त पेश आया जब सारठ के ही चितरा थाना इलाके के फतेहपुर गांव से दशमी तिथि को शुभ मानकर पति-पत्नी अपने अपने दोनों बच्चों को लेकर बोलेरो कार में सवार होकर साखो बांसडीह जा रहे थे