दमोह में अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट,4 लोगों की मौत,10 घायल
दमोह
दमोह जिला मुख्यालय पर अवैध पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट हुआ है. बीच बस्ती में अवैध पटाखा फैक्ट्री संचालित हो रही थी. जानकारी के मुताबिक, पटाखे बनाते वक्त विस्फोट हुआ है. विस्फोट में 4 लोगों की मौत और 8 लोगों के घायल होने की खबर है. पुलिस और जिला प्रशासन ने मौके पर पहुंचकर घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंच गई है. रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है.
मामला दमोह शहर के बीचों बीच बड़े पुल इलाके का है. यहां अवैध रूप से संचालित की जा रही पटाखा फैक्ट्री में अचानक विस्फोट हो गया, जिसके बाद अफरातफरी मच गई और तेज ब्लास्ट के बाद इलाका दहशत में आ गया.
जिस मकान में फैक्ट्री चल रही थी, वह धमाके के बाद धराशायी हो गया. लोग जब तक संभल पाते फैक्ट्री का मकान धराशायी हो गया. जिस वक्त ब्लास्ट हुआ उस वक्त फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे. पुलिस को मिली सूचना के बाद रेस्क्यू टीम पहुंची तो घायलों को बाहर निकाला गया. कलेक्टर मयंक अग्रवाल और एसपी सुनील तिवारी ने खुद मोर्चा संभाला और घायलों को निकाला. घटना में तीन लोगों की मौत हो गई है, वहीं 10 घायलों को दमोह के जिला अस्पताल भेजा गया है. मरने वालो में फैक्ट्री का मालिक अभय गुप्ता भी शामिल है, जबकि दो मजदूर हैं. फिलहाल कलेक्टर ने इस मामले की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं.
हादसा दोपहर करीब 1.00 बजे शहर के रिहायशी इलाके में बड़ा पुल क्षेत्र में हुआ। यहां पर अभय उर्फ छुट्टन गुप्ता पटाखा फैक्ट्री संचालित करते थे। दिवाली होने से यहां पर लगातार पटाखा निर्माण का काम जारी था। मंगलवार को भी गुप्ता करीब एक दर्जन मजदूरों के साथ फैक्ट्री में मौजूद थे। अचानक धमाका सुन आसपास के लोग पहुंचे। हादसे की जानकारी तत्काल पुलिस-प्रशासन को दी गई। मिली जानकारी के अनुसार घटना में फैक्ट्री मालिक समेत तीन की मौत हो गई है। मरने वालों में दो महिलाएं भी हैं। फैक्ट्री में काम कर रहे 10 मजदूर बुरी तरह झुलस गए। उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल पहुंचाया गया। बारूद की चपेट में आने से फैक्ट्री मालिक के शरीर का आधा हिस्सा चीथड़ों में तब्दील हो गया।
दमोह एसपी सुनील कुमार तिवारी के अलावा पुलिस-प्रशासन और नगर पालिका का अमला और फायर बिग्रेड टीम मौके पर है। टीम ने तत्काल मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू शुरू किया। बड़ी मात्रा में बारूद होने की संभावना को देखते हुए मलबे में पानी भी डाला गया। सबसे पहले टीम को फैक्ट्री मालिक का क्षत-विक्षत शव मिला। उनके शरीर का निचला हिस्सा चीथड़ों में बंट गया था। वहीं, एक घंटे की मशक्कत के बाद मलबे से दो महिलाओं को निकला गया, जिनकी मौत हो चुकी थी। उनका शरीर बुरी तरह से जला हुआ था। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार दमोह के इमलाई फैक्ट्री क्षेत्र में बारूद संग्रहण की परमिट थी, लेकिन यह अवैध रूप से अपने घर के पिछले इलाके में बारूद से पटाखा निर्माण करवा रहा था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दमोह में पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट की घटना का संज्ञान लिया है । मुख्यमंत्री चौहान ने जिला प्रशासन से बात कर घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था करने के लिए कहा है और मृतको एवं घायलों के परिवारों को नियमानुसार सहायता राशि उपलब्ध कराई जाए।