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पेशाबकांड पर ज्ञापन देने गए कांग्रेसी आपस में भिड़े, चले जूते-चप्पल

  अलीराजपुर   

 सीधी जिले के पेशाबकांड पर सियासत भी जोरों पर है. इस मसले पर अलीराजपुर में कांग्रेस नेता ही आपस में भिड़ गए. ये नेता एसडीएम ऑफिस में ज्ञापन देने गए थे. वहां विवाद हो गया और दफ्तर से बाहर निकलते ही जूतम-पैजार हो गई. इस मारपीट का वीडियो वायरल हो गया है.

सोशल मीडिया पर जो वीडियो वायरल हुआ है, उसमें दो गुटों के बीच झूमाझटकी देखी जा रही है. मारपीट भी हो रही है. एक महिला नेत्री हाथ में चप्पल लिए हैं और पूर्व जिलाध्यक्ष केसरसिंह डावर की पिटाई करते दिख रही हैं. कुछ लोग बीच बचाव करते भी दिखाई दे रहे हैं. बाद में दोनों पक्ष थाने पहुंचे और एक-दूसरे के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई.

दोनों गुटों ने दर्ज करवाई एफआईआर
पुलिस ने महिला नेत्री की रिपोर्ट पर केसर सिंह डावर पर छेड़छाड़ और मारपीट के आरोप में एफआईआर दर्ज की है. वहीं, पूर्व जिलाध्यक्ष डावर की तरफ से भी महिला नेत्री और अन्य कांग्रेस नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई गई है. दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं. पुलिस मामले की जांच करने की बात कह रही है.

'आपस में भिड़ गए कांग्रेस नेता'

जोबट के SDOP नीरज नामदेव ने बताया कि बुधवार को करीब 12 बजे कांग्रेस के कुछ पदाधिकारी एसडीएम कार्यालय में ज्ञापन देने गए थे. वहां पर दो गुटों के बीच आपस में विवाद हो गया. मामले में एक कांग्रेस नेत्री की तरफ से छेड़छाड़ का आरोप लगाया गया है. एफआईआर दर्ज कर ली है. जिस नेता पर आरोप लगाए गए हैं, उन्होंने भी कांग्रेस नेत्री के खिलाफ शिकायत की है. साधारण मारपीट की धारा में एफआईआर दर्ज की है. दोनों मामलों की जांच की जा रही है.

'महिला नेत्री दौड़कर आईं और गला पकड़ लिया'

पूर्व जिलाध्यक्ष डावर ने कहा, तहसील में ज्ञापन देने गए थे. वहां से लौटने के बाद सभी लोग होटल में नाश्ता करने जा रहे थे. इसी बीच, महिला नेत्री दौड़कर आईं और कहने लगीं कि तुझे यहां किसने बुलाया है. मैंने कहा कि पार्टी का कार्यकर्ता हूं, इसलिए आया हूं. इस पर विवाद बढ़ गया. उन्होंने गला पकड़ लिया और मारपीट करने लगी. चप्पलें मारीं. मैंने गलती पूछी तो कुछ नहीं बताया. मोनू, रफीक, सुनील समेत अन्य ने भी मारपीट की है. मुझे न्याय चाहिए. पार्टी नेताओं से मुलाकात कर घटना के बारे में अवगत कराएंगे.

 

'महिला को बचाने के लिए आगे आए'

दूसरे पक्ष के कांग्रेस नेता निर्मल सिंह ने कहा, आरोप सरासर गलत है. महिला पर अत्याचार होता है तो कोई बचाने नहीं जाता है. हमारे सामने महिला पर हमला कर दिया गया. मारपीट की जाने लगी, तब हम बीच-बचाव करने के लिए आगे आए थे. वहां से दोनों को दूर किया. इस विवाद को मारपीट का रूप देकर शिकायत की गई है.

क्या हुआ सीधी जिले में?

मध्य प्रदेश के सीधी में एक आदिवासी पर युवक ने पेशाब किए जाने का मामला सामने आया था. इसका वीडियो भी सामने आया था. आरोपी प्रवेश शुक्ला पर एक्शन लिया गया है. सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि आरोपी पर एनएसए लगाया जाएगा. इस तरह की घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. आरोपी के घर बुल्डोजर एक्शन लिया गया. उसे बुधवार को अरेस्ट कर लिया गया है.

जांच में सामने सामने आया कि पेशाब करने वाला युवक बीजेपी नेता है. कहा गया कि पेशाब करने वाला युवक बीजेपी विधायक केदार शुक्ला का प्रतिनिधि प्रवेश शुक्ला है. हालांकि, बीजेपी विधायक ने खुद प्रवेश से पल्ला झाड़ लिया. केदार शुक्ला ने कहा कि प्रवेश उसका प्रतिनिधि नहीं है. करीब एक हफ्ते पुराने इस वीडियो के सामने आने के बाद केस दर्ज कर लिया गया. आरोपी के खिलाफ धारा 294, 506 भारतीय दंड विधान 71 एससी एसटी एक्ट के तहत साथ ही एनएसए की कार्रवाई भी की जा रही है.

क्या है राष्ट्रीय सुरक्षा कानून?

नेशनल सिक्योरिटी एक्ट (NSA) या राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) ऐसा कानून है, जिसके तहत किसी खास खतरे के चलते शख्स को हिरासत में लिया जा सकता है. अगर प्रशासन को लगता है कि उस व्यक्ति की वजह से देश की सुरक्षा और सद्भाव को खतरा हो सकता है तो ऐसा होने से पहले ही उस शख्स को रासुका के तहत हिरासत में ले लिया जाता है.

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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