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Israel-hamas War: गाजा में मरने वालों की संख्या 22 हजार के पार, इजरायल ने हमास के इस बड़े कमांडर को किया ढेर

यरुशलम
 इजरायल ने रणनीति बदलते हुए गाजा के सबसे बड़े शहर गाजा सिटी से टैकों की टुकड़ी वापस बुलाई है। इतना ही नहीं गाजा के विभिन्न इलाकों से सेना की पांच ब्रिगेड के हजारों सैनिक भी वापस बुला लिए हैं। इसके बावजूद गाजा में बड़ी संख्या में इजरायली सैनिक और हथियार मौजूद हैं। बीती रात और सोमवार सुबह अल-बुरेज और मध्य गाजा के अन्य शहरों में इजरायल के हवाई हमलों में दर्जनों लोगों के मारे जाने की सूचना है।

गाजा पट्टी से इजरायली सेना के हटने की खबरों के बीच हमास के एक बड़े कमांडर को मार गिराने का दावा किया गया है. आईडीएफ का कहना है कि उसके जवानों ने 7 अक्टूबर को हुए हमलों में शामिल हमास कमांडर एदेल मेस्माह को हवाई हमले में ढेर कर दिया है. वो दीर अल-बलाह की नजाबा कंपनी का कमांडर था. इसके साथ ही इजरायल ने लेबनान में मौजूद हिज्बुल्लाह के कई ठिकानों को भी तबाह कर दिया है. लेबनान बॉर्डर से आतंकी लगातार रॉकेट दाग रहे हैं, लेकिन इजरायल उन्हें हवा में ही नष्ट कर दे रहा है.

पिछले तीन महीने से चल रहे ही इस जंग में 22 हजार से अधिक फिलिस्तीनियों की जान जा चुकी है. 70 हजार से अधिक लोग घायल बताए जा रहे हैं. इजरायली सेना नॉर्थ और साउथ के साथ सेंट्रल गाजा में तेज हमले कर रही है. आईडीएफ ने मंगलवार को साउथ गाजा में खान यूनिस पर टैंक और फाइटर जेट से हमला किया. इस दौरान दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया गया. गाजा के लोगों का कहना है कि इजरायली टैंकों ने सेंट्रल में स्थित अल-ब्यूरिज शरणार्थी शिविर के कई हिस्सों पर गोलीबारी-बमबारी की है.

गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि पिछले 24 घंटों में 207 लोग मारे गए हैं. पिछले तीन महीनों में मरने वाले फिलिस्तीनियों की कुल संख्या 22000 से अधिक हो गई है. इजरायली रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने कहा कि खान यूनिस के आसपास मौजूद टनल नेटवर्क पर केंद्रित हमला किया गया, जहां हमास के नेताओं के छिपे होने की संभावना थी. दिलचस्प बात है कि ये हमले तब हो रहे हैं, जब वैश्विक दबाव में आकर इजरायल ने गाजा के कुछ क्षेत्रों से अपने सैनिकों को वापस बुलाना शुरू किया है. लेकिन युद्धविराम को कोई ऐलान नहीं है.

आईडीएफ ने नॉर्थ गाजा और भूमध्यसागरीय तट के साथ कई जगहों पर हमास के आतंकवादियों को निशाना बनाया है. आईडीएफ प्रवक्ता ने कहा, "जबलिया क्षेत्र में हमारे सैनिकों ने दर्जनों आतंकवादियों को मार गिराया है. इनमें वे आतंकी शामिल थे जिन्होंने विस्फोटक लगाने का प्रयास किया था. कुछ आतंकी ड्रोन संचालित करते थे. उनके पास घातक हथियार मौजूद थे, जिनके इस्तेमाल वो हमारे जवानों के खिलाफ कर रहे थे. खान यूनिस और अल-ब्यूरिज में संयुक्त राष्ट्र के एक स्कूल में रॉकेट लॉन्चिंग पैड भी ध्वस्त किया है.''

जानवरों पर भी युद्ध का असर पड़ रहा

इस बीच गाजा सिटी के नजदीक स्थित चिडि़याघर के जानवरों पर भी युद्ध का असर पड़ रहा है। उन्हें कई-कई दिन बाद खाना मिल रहा है, इससे उनका भी बुरा हाल है। अब उन्हें स्थानांतरित करने पर विचार हो रहा है जिससे उनका जीवन बच सके। लेबनान सीमा पर आठ अक्टूबर से लड़ाई जारी है। यह लड़ाई बढ़ती जा रही है। क्षेत्रीय देशों को आशंका है कि यह लड़ाई दोनों देशों के युद्ध में तब्दील हो सकती है।

गुरिल्ला लड़ाई लड़ रहे हमास के लड़ाके

इजरायली सेना से हमास के लड़ाके गुरिल्ला लड़ाई लड़ रहे हैं। इसमें वे अपनी सुरंगों और छिपने वाले अन्य स्थानों से निकलकर अचानक हमला कर रहे हैं और गायब हो जा रहे हैं। हमास के लड़ाके आमजनों के बीच से इजरायली सैनिकों पर हमले कर रहे हैं, वे सादा कपड़ों में आकर भी सैनिकों पर हमले कर रहे हैं। इससे इजरायली सैनिकों के मरने और घायल होने की संख्या बढ़ रही है।

अमेरिका ने भूमध्य सागर से विमानवाहक युद्धपोत हटाए

अमेरिकी नौसेना का विमानवाहक युद्धपोत यूएसएस जेराल्ड आर फोर्ड स्ट्राइक ग्रुप करीब तीन महीने की तैनाती के बाद अब भूमध्य सागर से वापस अमेरिका लौट रहा है। सात अक्टूबर को हमास का हमला होने के बाद गाजा पर इजरायली हमले का समर्थन करते हुए अमेरिका ने इस युद्धपोत को भूमध्य सागर में तैनात किया था। कुछ दिनों बाद अमेरिका ने एक अन्य विमानवाहक पोत यूएसएस आइजनहावर को भी भूमध्य सागर में तैनात किया था लेकिन कुछ हफ्ते बाद उसे अदन की खाड़ी में भेज दिया था।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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