RO.NO.12822/173
राष्ट्रीय-अन्तर्राष्ट्रीय

मध्यप्रदेश में डबल इंजन की सरकार डबल तेजी से काम कर रही है: प्रधानमंत्री मोदी

RO.NO.12784/141
  • मोदी की गारंटी है 3 करोड़ लखपति दीदी बनेंगी
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मध्य प्रदेश आगमन सौभाग्य का अवसर: मुख्यमंत्री डॉ. यादव
  • झाबुआ के गोपालपुरा में जनजातीय बंधुओं को संबोधन
  • लगभग 7500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का किया लोकार्पण और शिलान्यास

भोपाल
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि केन्द्र सरकार पिछले दस वर्षों में जनजातीय उत्थान, गौरव और सम्मान के लिए समर्पित रही है। मध्यप्रदेश देश के सामने सर्वश्रेष्ठ उदाहरण है कि डबल इंजन की सरकार कैसे काम करती है । वे आज झाबुआ में जनजातीय सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होने लगभग 7500 करोड़ रुपए की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि झाबुआ यात्रा लोक सेवक के रूप में प्रदेश की जनता का आभार प्रकट करने के उद्देश्य से है जिसने विधानसभा में विकास के प्रति जो प्रतिबद्धता जताई । उन्होने विश्वास व्यक्त किया कि प्रदेशवासियों की विकास के प्रति प्रतिबद्धता निरंतर दृढ़ रहेगी। केन्द्र सरकार जनता के विश्वास पर खरा उतरने के लिए कृत संकल्पित है।

श्री मोदी ने कहा कि झाबुआ, खरगोन, अलीराजपुर, धार, बड़वानी सहित मध्यप्रदेश के लिए करोड़ों रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण, गांवों की बेहतरी के लिए आदर्श गांव योजना में जारी राशि, बेहतर कनेक्टिविटी के लिए बड़ी रेल परियोजनाएं, रतलाम और मेघनगर रेलवे स्टेशनों का आधुनिकीकरण और जनजातीय समाज की दो लाख बहन बेटियों के खातों में जारी 1500-1500 रुपए देने जैसे विकास के काम बताते हैं कि मध्यप्रदेश में डबल इंजन की सरकार डबल तेजी से काम कर रही है। विकास के इस महाभियान का श्रेय जनता को जाता है। प्रधानमंत्री मोदी ने टंट्या मामा के नाम पर क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की घोषणा की।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जनजातीय बहुल क्षेत्र झाबुआ के गोपालपुरा में जनजातीय बंधुओं से रू-ब-रू हुए। उन्होने विकास कार्यों पर केंद्रित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। प्रधानमंत्री मोदी जनजातीय बंधुओं के विशाल कुंभ में अभिवादन स्वीकार करते हुए मंच पर पहुंचे।कार्यक्रम में राज्यपाल मंगुभाई पटेल, मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा व फग्गन सिंह कुलस्ते पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, मंत्रिगण, खजुराहो सांसद वी.डी. शर्मा, जनजातीय मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष समीर उराम तथा जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

प्रधानमंत्री मोदी को वनवासी राम का स्मृति चिन्ह तथा तीर कमान भेंट कर उनका अभिवादन किया गया। इस अवसर पर क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय पर केंद्रित लघु फिल्म का प्रदर्शन भी किया गया। विशाल जनजातीय महाकुंभ में मध्यप्रदेश सहित गुजरात, राजस्थान और महाराष्ट्र के लोगों ने भाग लिया।

भगोरिया उत्सव की शुभकामनाएँ
 प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा डूंगर देव की जय के उद्घोष के साथ बड़ी संख्या में पधारे जनजातीय समाज को नमन करते हुए कहा कि झाबुआ जितना मध्य प्रदेश से जुड़ा है उतना ही गुजरात से जुड़ा है। झाबुआ के लोगों के दिल भी गुजरात से जुड़ा है। उन्होने कहा कि जनजीवन की संस्कृति का उल्लेख करते हुए भगोरिया उत्सव शुभकामनाएं दी।

आदिवासियों का सम्मान और विकास है हमारी गारंटी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि विकास के रास्ते पर मध्यप्रदेश तेजी से दौड़ रहा है। पहले यह देश के सबसे बीमारू राज्य में गिना जाता था। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई की सरकार ने पहली बार जनजातीय समाज के लिए नया मंत्रालय बनाया और बजट का विशेष प्रावधान किया तथा जनजातीय इलाकों और जनजातीय लोगों के विकास को प्राथमिकता दी।

श्री मोदी ने कहा कि केन्द्र सरकार ने वन उपज पर न्यूनतम समर्थन मूल्य में रिकॉर्ड वृद्धि की। एमएसपी के दायरे में आने वाली वन उपज को 10 से बढ़ाकर 90 तक पहुंचा दिया। देश में वन धन केंद्र खोले ताकि जनजातीय उत्पादों को नए हाट व नए बाजार मिल सकें। जनजातीय समाज देश का गौरव है और देश के उज्जवल भविष्य की गारंटी है। जनजातीय लोगों का सम्मान और विकास हमारी गारंटी है। उनके सपने साकार करना सरकार का संकल्प है।

शिक्षा के अभाव में जनजातीय बच्चे पीछे नही रहें
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भगवान बिरसा मुंडा की जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने का फैसला सरकार ने लिया। टंट्या मामा के बलिदान को याद कर आज बलिदान दिवस मनाया जाता है और उन्हीं के नाम पर क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की घोषणा की जा रही है।

श्री मोदी ने जनजातीय समाज के गौरव तिलका मांझी को याद करते हुए कहा कि उन्होने 1784 में बिहार के भागलपुर के कमिश्नर को तीर से मार दिया था। आज ऐसे वीर पुरुष की जन्म जयंती है। झाबुआ, रतलाम, खरगोन, धार और आसपास के युवाओं की उच्च शिक्षा आसान होगी। जनजातीय विद्यार्थियों के लिए पूरे देश में एकलव्य आवासीय स्कूल आरंभ किया जा रहे हैं। जनजातीय बच्चे शिक्षा के अभाव में पीछे रह जाए, यह सरकार को स्वीकार नहीं है।

स्वामित्व अधिकार पत्र है सुरक्षा की गांरटी
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जनजातीय समाज हजारों सालों से वन संपदा से अपनी रोजी-रोटी चला रहा है। पिछली सरकार ने जनजातीय लोगों के अधिकार पर कानूनी पहरे लगा दिए थे। वन संपदा कानून में बदलाव कर केन्द्र सरकार ने जनजातीय समाज को वन भूमि से जुड़े अधिकार लौटाए हैं। उन्होने कहा कि जनजातीय परिवारों में सिकल सेल एनीमिया हर वर्ष कई लोगों की जान ले रहा था। केन्द्र की सरकार ने सिकल सेल एनीमिया उन्मूलन के लिए अभियान शुरू किया। सरकार की प्रतिबद्धता का परिणाम है कि जनजातीय समाज अब विकास की दौड़ में लगातार आगे बढ़ रहा है। स्वामित्व योजना के माध्यम से 1 लाख 75 हजार लोगों को स्वामित्व अधिकार पत्र दिए गए हैं। यह केवल अधिकार पत्र नहीं अपितु आपकी जिंदगी में सुरक्षा पत्र भी हैं। यह सुरक्षा की गारंटी का पत्र है। परिवारों को भूमि विवादों और सूदखोरों से सुरक्षा मिलेगी। यह योजना गांव-गरीब को कई मुसीबतों से बचाएगी।

जो सबसे वंचित और पिछड़ा है, वही पहली प्राथमिकता है
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि जो सबसे वंचित और सबसे पिछड़ा है, वही हमारी सरकार के लिए सबसे पहली प्राथमिकता है। सबसे पिछड़े जनजातीय समूह के लिए पीएम जनमन योजना आरंभ की है। अब तक विकास की मुख्य धारा से कटे जनजातीय समाज का तेज गति से विकास सुनिश्चित किया गया है। इसका लाभ मध्यप्रदेश के बैगा, भारिया और सहरिया जैसे जनजाति समूह को होने वाला है। जनजातीय जिलों में पीएम जन मन योजना में हजारों करोड़ के कार्य कराए जा रहे हैं।

मध्यप्रदेश को 24 गुना पैसा रेलवे के विकास के लिए
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना में झाबुआ के साढ़े पांच सौ ग्रामों में विकास के कार्य हो रहे हैं। केन्द्र सरकार मध्य प्रदेश में आधुनिक अधोसंरचना पर भी विशेष ध्यान दे रही है। पिछली सरकार की तुलना में 24 गुना पैसा रेलवे के विकास के लिए मध्य प्रदेश भेजा जा रहा है। आज लगभग साढ़े तीन हजार करोड़ रुपए की रेल परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया है। लगभग इतनी ही राशि के नेशनल हाईवे का भी आज लोकार्पण हुआ है। सभी सेक्टर में मध्य प्रदेश के विकास के लिए केंद्र शासन की ओर से राशि दी जा रही है।,

मध्यप्रदेश के युवाओं- महिलाओं- आदिवासियों की बन रही विशेष पहचान
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मध्यप्रदेश और केंद्र की सरकार ने मिलकर प्रदेश में 45 लाख परिवारों को घर दिया है, 65 लाख से अधिक परिवारों को नल के कनेक्शन मिले हैं। हजारों गांवों को पानी पहुंचाया है। तलवाड़ा बांध परियोजना से झाबुआ, धार, रतलाम के हजारों गांवों के लोगों को पानी पहुंचाया जाएगा।

श्री मोदी ने कहा कि डबल इंजन की सरकार से मध्यप्रदेश के युवाओं- महिलाओं- जनजातीय लोगों की अपनी एक अलग पहचान बन रही है। यहां के पिथोरा पेंटिंग्स, बाघ प्रिंट साड़ी के लिए बड़ा बाजार तैयार होने लगा है। बहनों ने स्व-सहायता समूह बनाकर शहद, पापड़, आचार और श्रीअन्न का अपना ब्रांड भी शुरु किया है। सब जगह यहां के उत्पादों को पसंद किया जा रहा है। सरकार ने तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य को तैयार किया है। गांवों कें स्व-सहायता समूह में काम करने वाली तीन करोड़ दीदी, लखपति दीदी बनेंगी, यह मोदी की गारंटी है। केन्द्र सरकार नमो ड्रोन नीति अभियान के तहत देश के 15 हजार स्व-सहायता समूहों को आधुनिक ड्रोन भी देने जा रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आगमन मध्य प्रदेश के लिए सौभाग्य का अवसर है। प्रधानमंत्री मोदी प्रदेश को क्रांति सूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की सौगात दे रहे हैं, इसके साथ ही अनेक विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी उनके कार्यक्रमों से हो रहा है ।

केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजादी के लंबे कालखंड के बाद जनजातीय सम्मान, गौरव और स्वाभिमान को स्थापित किया है। जिन जनजातीय रणबांकुरों और शहीदों ने आजादी की लड़ाई में अपनी माटी के लिए आहुति दी, प्रधानमंत्री मोदी ने उनका सम्मान न केवल एक राज्य में अपितु संपूर्ण देश में सुनिश्चित किया । उन्होंने देश के विभिन्न भागों में संग्रहालयों के निर्माण और इतिहास लेखन से जनजातीय लोगों को स्वयं को जानने तथा उन्हें विकास की मुख्य धारा में जोड़ने का काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी के सबका साथ सबका विकास और सब का विश्वास के मंत्र ने जनजातीय समुदाय की प्रगति का मार्ग प्रशस्त किया है। शिक्षा के क्षेत्र में की गई पहल महत्वपूर्ण है । सिकल सेल एनीमिया के उन्मूलन के लिए चलाया गया अभियान जनजातीय समाज के लिए विश्व का सबसे बड़ा हेल्थ केयर इनीशिएटिव है।

क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय की रखी आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग 7500 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें प्रधानमंत्री सड़क, रेल, बिजली और जल क्षेत्र से संबंधित अनेक परियोजनाएं शामिल हैं साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगोन की आधारशिला रखी व 'सीएम राइज स्कूल' रजला झाबुआ का शिलान्यास भी किया। प्रधानमंत्री मोदी ने स्वामित्व योजना के लाभार्थियों को 1.75 लाख अधिकार अभिलेख वितरित किये। इससे लोगों को उनकी जमीन के अधिकार के लिए दस्तावेजी साक्ष्य उपलब्ध होंगे। क्रांतिसूर्य टंट्या भील विश्वविद्यालय खरगोन एक समर्पित विश्वविद्यालय है, जो क्षेत्र में उच्च जनजातीय बहुलता वाले जिलों के युवाओं को सुविधाएं प्रदान करेगा। करीब 170 करोड़ रुपये की लागत से विकसित होने वाला यह विश्वविद्यालय छात्रों के समग्र विकास के लिए विश्वस्तरीय अवसंरचना प्रदान करेगा।

दो लाख महिलाओं को आहार अनुदान योजना की किश्त जारी
प्रधानमंत्री मोदी ने ‘प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना’ के अंतर्गत 559 गांवों के लिए 56 करोड़ रुपये जारी किए। इस राशि का उपयोग आंगनवाड़ी भवन, राशन की दुकानों, स्वास्थ्य केंद्र, स्कूलों में अतिरिक्त कमरे, आंतरिक सड़कों सहित विभिन्न प्रकार की निर्माण गतिविधियों के लिए किया जाएगा। स्कूल छात्रों को स्मार्ट क्लास, ई-लाइब्रेरी आदि जैसी आधुनिक सुविधाएं प्रदान की जाएंगी। प्रधानमंत्री मोदी ने लगभग दो लाख महिला लाभार्थियों को आहार अनुदान योजना की मासिक किस्त का वितरण किया। इस योजना में मध्य प्रदेश की विभिन्न विशेष पिछड़ी जनजातियों की महिलाओं को पौष्टिक आहार के लिए 1500 रुपये प्रति माह प्रदान किए जाते हैं।

तलवाड़ा बांध परियोजना की आधारशिला
प्रधानमंत्री मोदी ने 'तलवाड़ा बांध परियोजना' की आधार शिला रखी। यह धार और रतलाम के एक हजार से अधिक गांवों के लिए पेयजल आपूर्ति योजना है। इसके अलावा अटल कायाकल्प और शहरी परिवर्तन मिशन (अमृत) 2.0 के तहत 14 शहरी जलापूर्ति योजनाओं का भी शिलान्यास किया। प्रधानमंत्री ने झाबुआ की 50 ग्राम पंचायतों के लिए 'नल जल योजना' भी राष्ट्र को समर्पित किया, इससे लगभग 11 हजार घरों को नल से जल उपलब्ध कराया जाएगा।

रेल परियोजनाओं को किया राष्ट्र को समर्पित
प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यक्रम में कई रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया और उनकी आधारशिला रखी। इसके अंतर्गत रतलाम रेलवे स्टेशन और मेघनगर रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास की आधारशिला रखी गई। इन स्टेशनों का पुनर्विकास अमृत भारत स्टेशन योजना के अंतर्गत किया जाएगा। राष्ट्र को समर्पित रेल परियोजनाओं में इंदौर-देवास-उज्जैन सी केबिन रेलवे लाइन के दोहरीकरण की परियोजना, इटारसी-यार्ड रीमॉडलिंग के साथ उत्तर-दक्षिण ग्रेड सेपरेटर तथा बरखेरा-बुदनी-इटारसी को जोड़ने वाली तीसरी लाइन शामिल है। ये परियोजनाएं रेल अवसंरचना को मजबूत करने तथा यात्री और माल गाड़ियों, दोनों के लिए यात्रा के समय को कम करने में मदद करेंगी।

सड़क परियोजनाओं का हुआ लोकार्पण
प्रधानमंत्री मोदी ने मध्य प्रदेश में 3275 करोड़ से अधिक की कई सड़क विकास परियोजनाओं को भी राष्ट्र को समर्पित किया। इसमें एनएच-47 के (हरदा-तेमगांव) 30 किलोमीटर तक हरदा-बैतूल (पैकेज-I) को चार लेन का बनाना; एनएच-752डी का उज्जैन देवास खंड; एनएच-47 के इंदौर-गुजरात एमपी सीमा खंड को चार लेन (16 किमी) और एनएच-47 के चिचोली-बैतूल (पैकेज-III) हरदा-बैतूल को चार लेन और एनएच-552जी का उज्जैन झालावाड़ खंड शामिल है। इन परियोजनाओं से सड़क संपर्क में सुधार होगा और क्षेत्र में आर्थिक विकास में मदद मिलेगी। प्रधानमंत्री मोदी ने प्रधानमंत्री अपशिष्ट डंपसाइट उपचार परियोजना, 7 विद्युत सब स्टेशन जैसे अन्य विकास कार्यों का भी शिलान्यास किया।

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

RO.NO.12784/141

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
× How can I help you?