CG: शिक्षिका की गिरफ्तारी के बाद से ही बंद है कार्मेल स्कूल, छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहा प्रबंधन
अंबिकापुर.
अंबिकापुर के कार्मेल स्कूल में पिछले दिनों एक छात्रा ने सुसाइड कर ली थी। मामले में पुलिस ने शिक्षिका को गिरफ्तार किया था। इसके बाद ही कार्मेल स्कूल में अघोषित छुट्टी कर दी गई है। स्कूल प्रबंधन के इस बर्ताव से छात्र-छात्राएं एवं अभिभावक परेशान हैं। वहीं, स्कूल में पढ़ने वाले आठ हजार से अधिक बच्चों का भविष्य अंधकारमय नजर आ रहा है। अभी कुछ दिनों बाद ही बोर्ड परीक्षाएं होने वाली हैं और स्कूल प्रबंधन के इस मनमानी रवैया से सभी सकते में है।
सोशल मीडिया में स्कूल प्रबंधन के इस रवैया को लेकर जब विरोध तेज हुआ तो सोमवार से स्कूल प्रबंधन ने ऑनलाइन क्लास लेनी शुरू कर दीं। इसका बहुत से अभिभावकों ने विरोध किया है। अभिभावक संघ ने स्कूल प्रबंधन के खिलाफ उचित कार्रवाई करने को लेकर सोमवार को जिला शिक्षा अधिकारी संजय गुहे के नाम सरगुजा कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है। ज्ञापन में बताया गया कि बिना कोर्स पूरा कराये ही मनमाने ढंग से कार्मेल स्कूल प्रबंधन ने छुट्टी घोषित कर दी है। ज्ञापन में बताया कि कुछ दिनों पहले कार्मेल स्कूल की एक छात्रा द्वारा कार्मेल स्कूल प्रबंधन के खिलाफ सुसाइड नोट में प्रताड़ना का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर लिया था। इसके संबंध में पुलिस ने स्कूल की एक शिक्षिका सिस्टर मर्सी के खिलाफ अपराध सबूत पाये जाने पर सिस्टर मर्सी को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया था। घटना के बाद कुछ दिनों तक प्रशासन के निदेशानुसार कानून व्यवस्था की स्थिति से निपटने के लिए स्कूल को बंद रखा गया था, जो कि उचित था। वहीं, अब स्थिति नियंत्रण में है और कार्मेल स्कूल के खिलाफ किसी भी संगठन द्वारा कोई विरोध प्रदर्शन एवं आंदोलन की नहीं किया जा रहा है। फिर भी कार्मेल स्कूल प्रबंधन द्वारा जानबूझकर पालको एवं छात्रों पर अनुचित दबाव बनाने के लिए स्कूल की छुट्टी घोषित कर दी गई है, जबकि उक्त संबंध मे प्रशासन द्वारा कोई निर्देश नहीं दिया गया है।
स्कूल प्रबंधन ने छात्रा की आत्महत्या मामले में खेद तक व्यक्त नहीं किया है। स्कूल प्रबंधन अपने कार्य व्यवहार मे बदलाव करने के बजाए अब भी बच्चों एवं अभिभावकों पर ही मानसिक दबाव बनाने मे लगा है, जो किशोर न्याय अधिनियम के विभिन्न प्रावधानों के विपरित है। अभिभावक संघ के अध्यक्ष नीलेश सिंह ने मांग करते हुए कहा कि आत्महत्या मामले में स्कूल के खिलाफ की गई कार्रवाई को सार्वजनिक किया जाए। साथ ही बिना कोर्स पूरा कराये ही छुट्टी घोषित कर बच्चों एवं अभिभावकों पर मानसिक दबाव बनाने के लिए कार्मेल स्कूल प्रबंधन पर किशोर न्याय अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आवश्यक कार्रवाई करने की कृपा करें।