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‘मेरे बच्‍चों की कॉपी किताब भी बह गई मुख्‍यमंत्री जी’, बाढ़ राहत शिविर में मां की पुकार सुन रुक गए CM योगी; अफ

सहारनपुर
सीएम साहब मेरे दो बच्चे एक बेटी और एक बेटा इस बार बोर्ड की परीक्षा देंगे। हमारा पूरा घर बाढ़ में डूब गया है। बच्चों की कॉपी-किताब तक पानी में डूबकर बर्बाद हो गई। जो सामान था वह भी खराब हो गया है। बच्चों की पढ़ाई की दिक्कत पैदा हो गई है। मुख्यमंत्री साहब हमारी मदद करें…। शुक्रवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक मां की ये पुकार सुनकर रुक गए। वह जेवी जैन कॉलेज में बने बाढ़ राहत शिविर में पहुंचे थे। सीएम ने बाढ़ पीड़ितों से बात की इस दौरान पूजा यादव का दर्द जुबान पर आ गया। पंजाबीबाग के वंशिका विहार कालोनी निवासी पूजा यादव ने सीएम को बताया कि उनकी कालोनी सबसे पहले बाढ़ से प्रभावित हुई है।

उनका पूरा मकान बाढ़ के पानी में डूब गया। पूजा यादव ने बताया कि उसके बेटा और बेटी हाईस्कूल में हैं। बाढ़ का पानी तेजी से मकान में घुस गया। जिससे उन्हें सामान तक निकालने का समय नहीं मिला। बाढ़ में उनका पूरा सामान डूब गया। उनके बच्चों की किताब और कॉपी भी बर्बाद हो गई। परिवार के सामने रोजी रोटी का संकट खड़ा हो गया है। साथ ही बच्चों की पढ़ाई की समस्या भी पैदा हो गई है। पूजा यादव ने सीएम से मदद की गुहार लगाई। महिला की बात सुनने के बाद सीएम ने तुरंत ही राहत दिलाने का वादा किया और अधिकारियों से कहा कि बच्चों की पढ़ाई के लिए जरूरी इंतजाम किए जाएं।

बागपत में टूटा तटबंध हुआ विकराल, हालात खराब
यमुना के अलीपुर बांध टूटने के तीस घंटे बाद भी मरम्मत का काम शुरू नहीं हो सका है। बांध का कटाव लगातार बढ़ रहा है और बागपत व गाजियाबाद की सीमा में पानी पूरे वेग के साथ प्रवेश कर रहा है। प्रशासन व सिंचाई विभाग की तरफ से कट्टे आदि लगाकर बहाव रोकने के प्रयास अभी तक बेकार साबित हुआ है। वहीं नजदीकी क्षेत्रों में जलभराव के चलते हालात और बदतर होते जा रहे हैं। प्रशासन के अनुसार नोएडा से स्टील पाइल्स व मशीनरी शुक्रवार शाम तक आने की उम्मीद थी जिसके बाद अभियान चलाकर कटान को नियंत्रित करने का प्रयास किया जाएगा। अलीपुर तटबंध गुरुवार को दोपहर बाद करीब साढे तीन बजे टूटा था। तटबंध टूटने के बाद से मुहाना इतना बड़ा हो गया है कि उसे देखकर ही रौंगटे खड़े हो रहे हैं। मंडलायुक्त सेल्वा कुमारी जे ने देर रात पहुंचकर जायजा भी लिया था।

जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह भी अधिकतर समय मौके पर डटे रहकर एनएचएआई और सिंचाई विभाग के अफसरों के साथ मंथन कर रहे हैं मगर दूसरे दिन भी बांध की मरम्मत के तमाम प्रयास विफल होते रहे। पानी पूरे वेग से खेत खलियानों से होता हुआ गांवों में लगातार पहुंच रहा है। हालात यह हैं कि देर रात्रि तक अधिकारी अब्दुलपुर, सुभानपुर गांवों के निचले इलाके में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर भिजवाने में मशगूल रहे। शुक्रवार की दोपहर सिंचाई विभाग के एचओडी अनिल कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुँचे। उन्होंने हालात का जायजा लेते हुए डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह को भी आगे की कार्ययोजना की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नोयडा से स्टील पाइल्स व अन्य मशीनरी मंगाई जा रही हैं। शाम तक ये सब पहुँच भी जाएगी और पूरी उम्मीद है कि देर रात से तटबंध की मरम्मत का काम शुरु हो जायेगा।

देरी पड़ रही भारी
शुक्रवार को जबतक एनएचएआई के अधिकारियों ने मजदूरों, हाइड्रा मशीन को बुलाकर डस्ट से भरे बोरे, बड़े स्टोन्स नहीं डलवाने शुरू किए तब तक टूटे तटबंध का दायरा इतना बड़ा हो गया था कि उससे सैंकड़ों क्यूसेक पानी प्रति मिनट पास होता गया। अधिकारी केवल पटरी के कटान को रोकने में ही व्यस्त दिखाई दिए। यदि यह कार्य शुक्रवार के बजाय गुरुवार को ही शुरू कर दिया जाता तो शायद अबतक हालात पर काबू भी पा लिया जाता।

मुख्यमंत्री ने ली जानकारी
जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गुरुवार को ही पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ब्रीफिंग की है। अलीपुर तटबंध के टूटने से लेकर अबतक की पूरी प्रगति रिपोर्ट की जानकारी उन्हें दी गई है। उसके बाद ही एनएचएआई, सिंचाई विभाग के बड़े अधिकारी मौके पर आ पहुँचे हैं।

गाजियाबाद को अधिक खतरा
डीएम ने बताया कि पानी का स्तर बढ़ रहा है, जिससे गाजियाबाद को लिए खतरा अधिक है। पानी का बहाव ट्रोनिका सिटी, लोनी की तरफ ज्यादा है। वहीं गाजियाबाद के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं और मिलकर इस आपदा से निजात पाने के लिए कार्य किया जा रहा है। जिलाधिकारी जितेन्द्र प्रताप सिंह ने यह भी बताया कि हथनीकुंड बैराज से अब कम पानी छोड़ा जा रहा है, वहां के प्रशासन से भी सम्पर्क किया गया है। बागपत के अब्दुलपुर, सुभानपुर समेत दूसरे गांवों में प्रशासनिक अधिकारी तैनात किए गए हैं।

सीएम ने दो परिवारों को सौंपे चार-चार लाख के चेक
सीएम ने जेवी जैन कॉलेज में संचालित राहत शिविर का निरीक्षण किया। इस मौके पर जनहानि का दंश झेलने वाले दो परिवारों को चार-चार लाख रुपये के अपदा राहत चेक सौंपे। इसके साथ ही 35 परिवारों को राहत सामग्री की किट प्रदान की।

Dinesh Purwar

Editor, Pramodan News

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