रायपुर-कोरोना काल के समय कैसे कुछ लोग नशे की तलाश में इधर-उधर भटक रहे थे और इन्हें कैसे नशे के सामग्री उपलब्ध होती थी और कौन इसे मुहैया करा रहा था इसको लेकर फिल्म के निमार्ता साजिद खान और निर्देशक के. शिवकुमार ने हिन्दी और छत्तीसगढ़ी में गैंग्स ऑफ रायपुर बनाने की घोषणा की। फिल्म के टाइटल की घोषणा के अवसर पर छत्तीसगढ़ के प्रसिद्ध निमार्ता निर्देशक सतीश जैन, अलक राय, अमित जैन उपस्थित थे। इस फिल्म के कलाकारों के लिए ऑडिशन 15 से 18 जनवरी को मोर माटी ऑफिस में 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच रखा गया है।
फिल्म के निमार्ता साजिद खान एवं निर्देशक के. शिव कुमार में बताया कि गैग्स ऑफ रायपुर एक काल्पनिक क्राईम ड्रामा है, जो कि रायपुर शहर में हो रहे तमाम अपराधों से प्रेरित है, जिसका नाटकीय रूपांतरण इस फिल्म में दिखाई देगा। यह फिल्म संभवत: 2024 की गर्मियों में देश एवं प्रदेश के सिनेमाघरों, मल्टीप्लेस में एक साथ रिलीज होगी। इस फिल्म में ड्रामा, एक्शन, इमोशन, कॉमेडी और रोमांस दर्शकों को तो देखने मिलेगा साथ ही नशे की सामग्री कैसे उन्हें उपलब्ध होती है और उन्हें कौन मुहैया कराता और इसके सेवन से हमारे जन-जीवन में कैसा प्रभाव पड़ता है इस बारे में बारीकी से फिल्म के दर्शकों को बताया जाएगा।
उन्होंने बताया कि इस कहानी के रिर्सच में डायरेक्टर के शिव कुमार व उनकी टीम 2021 से जुटी रही। उनके टीम मेम्बर्स में विनोद कुमार केमरामेन चेन्नई से हैं जो कि तमिल सिनेमा में कई सालो से काम कर रहे है और मयंक रैकवार एक कुशल एडिटर है जो कि मुम्बई के एक नामी प्रोडक्शन हॉउस में हॉलीवुड की कुछ फिल्मों के लिए (विएफअक्स) व एडिटिंग का काम कर चुके हैं। इस फिल्म के कलाकारों के लिए ऑडिशन 15 से 18 जनवरी को मोर माटी ऑफिस में 12 बजे से शाम 4 बजे के बीच रखा गया है।