बीएमसी का कारनामा: बिना बस रूट के आधा किमी में बनाए 7 बस स्टॉप
भोपाल।
राजधानी में बीआरटीएस कॉरीडोर को हटाने के संबंध में तेजी से प्रक्रिया जारी है। अफसरों द्वारा बिना प्लानिंग के इसे बनाने की बात कही जा रही है। इसी तरह का एक ओर कारनामा नगर निगम की कंपनी भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड (बीसीएलएल) के अफसरों का भी सामने आया है। मनीषा मार्केट-शाहपुरा से लेकर बांसखेड़ी तिराहे के बीच में करीब 7 बस स्टॉप बनाए गए हैं। जबकि रूट पर कई सालों से एक भी लो-फ्लोर बस संचालित नहीं हो रही है।
इस मामले में मजेदार बात यह है कि करीब आधा किलोमीटर की दायरे में ये 7 बस स्टॉप बनाए गए हैं। ऐसे में इन बस स्टॉप को बनाने को लेकर सवाल खड़े हो रहे हैं कि आखिर किसे फायदा पहुंचाने के लिए ये बस स्टॉप बनाए गए हैं। जबकि, शाहपुरा के आसपास कोलार रोड, चूनाभट्टी, बावडिया कलां, गुलमोहर, रोहित नगर सहित तमाम इलाकों में बस स्टॉप बनाए जाने की जरूरत है। वहीं प्रशासन अकादमी के पास बने स्टॉप पर सुबह से रात तक बिरयानी बेचने और खाने का काम जारी है।
यहां-यहां बनाए गए हैं स्टॉप
मनीषा मार्केट-शाहपुरा लेक से बांसखेड़ी तिराहे की तरफ जाने वाले मार्ग में नगर निगम के कार्यालय के पास एक स्टॉप बनाया गया है। इसके बाद शाहपुरा पार्क के पास, फिर प्रशासन अकादमी के गेट के आसपास दो बस स्टॉप बनाए गए हैं। एक बस स्टॉप होटल मैनेजमेंट तिराहे पर और दो बस स्टॉप बांसखेड़ी के नजदीक मध्यप्रदेश पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के गेट के पास बनाए गए हैं।
35 लाख रुपए किए गए हैं खर्च
विभागीय सूत्रों की माने तो एक बस स्टॉप बनाने में 5 से 6 लाख रुपए खर्च होते हैं। ऐसे में करीब 35 लाख की लागत से 7 बस स्टॉप बनाए गए हैं। लेकिन इन बस स्टॉपों से यात्रियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा है, क्योंकि इस रूट से एक भी बस नहीं गुजरती है।