एम.पी. ट्रांस्को भोपाल में 4 मार्च को मनाया जायेगा राष्ट्रीय लाइनमैन दिवस
एम.पी. ट्रांस्को भोपाल में 4 मार्च को मनाया जायेगा राष्ट्रीय लाइनमैन दिवस
खरगौन में 93 करोड़ रूपये की पेयजल योजना का काम पूरा
सीधी के हटवा खास में बनीं पंजा दरी की अब पूरे देश में डिमांड
भोपाल के लाइनमैन किए जाएंगे सम्मानित
भोपाल
प्रत्येक मौसम की विषम से विषम परिस्थितियों और दुर्गम भौगोलिक क्षेत्रों में मध्य प्रदेश की 41 हजार सर्किट कि.मी. से अधिक की अति उच्च दाब ट्रांसमिशन लाइनों के माध्यम से मध्यप्रदेश में भरोसेमंद विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने वाले एम.पी. ट्रांस्को की महत्वपूर्ण कड़ी लाइनमैन के योगदान को मान्यता देकर आदर-भावना प्रकट करने एम.पी. ट्रांस्को (मध्यप्रदेश पावर ट्रांसमिशन कंपनी) गोविंदपुरा भोपाल में 4 मार्च को राष्ट्रीय लाइनमैन एवं राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस मनाया जायेगा। इसमें भोपाल सहित एम.पी. ट्रांस्को के 40 ट्रांसमिशन लाइन मेंटेनेंस कार्यालयों में कार्यक्रम आयोजित कर प्रदेश भर में एम पी ट्रांसको के असाधारण कार्य क्षमता दिखाने वाले लाइनमैनों सहित अन्य कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जायेगा। कार्यक्रम में राष्ट्रीय सुरक्षा दिवस पर जीरो हार्म थीम पर सुरक्षा शपथ ली जायेगी।
सीधी के हटवा खास में बनीं पंजा दरी की अब पूरे देश में डिमांड
भोपाल
सफलता की कहानी
सीधी जिले के विकासखण्ड सिंहावल के ग्राम हटवा खास में बन रहीं पंजा दरी अब पूरे देश में सप्लाई हो रही है। हटवा खास एवं आसपास के गाँव में करीब 20 साल पहले पंजा दरी बनाने का कार्य शुरू हुआ और अब यह कारोबार एक करोड़ प्रतिवर्ष के आंकड़े को छू रहा है।
कलेक्टर साकेत मालवीय और मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत राहुल नामदेव धोटे ने विशेष प्रयास कर इस कार्य को एक जिला एक उत्पाद के रूप में चयनित करवाया है। आजीविका मिशन से जुड़ी 40 महिलाएँ एवं उनके परिवार सीधे तौर पर इस कार्य से जुड़े है। शिल्पी स्व-सहायता की सदस्य निशा बताती है कि हम अपने कार्य को आजीविका मिशन के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेला नई दिल्ली, सूरजकुंड व्यापार मेला हरियाणा और भोपाल हाट मेला में अपने उत्पाद को प्रदर्शित कर चुके है। जनता ने इस उत्पाद की काफी तारीफ की है। देशभर में लगने वाले मेलों में इन उत्पादों की अच्छी खासी मांग रहती है।
स्व-सहायता समूह से जुड़ी महिलाएँ बताती है कि हमारे समूह के पास फ्रीडम एम्पोरियम मुंबई, दिल्ली और बैंगलूरू से लगातार मांग आ रही है। स्व-सहायता समूह की महिलाएँ बताती है कि आजीविका मिशन की मदद से हम सभी लखपति क्लब के सदस्य के रूप में अपनी पहचान बना चुके है।
खरगौन में 93 करोड़ रूपये की पेयजल योजना का काम पूरा
28 हजार 500 परिवारों को उनके घर पर ही नल से मिल रहा है पानी
भोपाल
मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी ने खरगौन नगर पालिका के लिए वर्ल्ड बैंक के सहयोग से पेयजल योजना का कार्य पूरा कर लिया है। नगरीय विकास एवं आवास विभाग की 93 करोड़ रूपये लागत की इस योजना से खरगौन नगर पालिका क्षेत्र के 2 लाख से अधिक अबादी को लाभ पहुँच रहा है। पेयजल योजना से क्षेत्र के 28 हजार 500 परिवारों को उनके घर पर ही नल के माध्यम से 135 लीटर प्रति व्यक्ति प्रतिदिन की दर से पर्याप्त मात्रा में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। पेयजल योजना में नगरीय क्षेत्र के नजदीक कुंदा नदी से पानी लेकर खरगौन नगर की आबादी तक पानी पहुँचाया जा रहा है।
पेयजल योजना में जल शोधन के लिए 30 एमएलडी का संयंत्र भी स्थापित किया गया है। इसके साथ ही योजना में 330 किलोमीटर लंबी पाइप लाइन के माध्यम से नगर में जल वितरण की व्यवस्था की गयी है। जल संग्रहण के लिए योजना स्थल के पास चार नए ओवर हैड टैंक बनाए गए हैं। इसके साथ ही चार पुराने ओवर हैड टेंक का इस्तेमाल भी जल संग्रहण के लिए किया जा रहा है। पेयजल योजना से जुड़े सभी निर्माण कार्यों में उत्कृष्ट गुणवत्ता का विशेष ध्यान रखा गया है। जल योजना में पर्यावरण के पक्ष को भी महत्व दिया गया है। इसके लिये इंटैक वैल और वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट परिसर में सघन वृक्षारोपण किया गया है।
जल प्रदाय योजना से खरगौन निवासी खासे उत्साहित है। नगर के डॉ. सुधीर कुमार का कहना है कि नल कनेक्शन लगने के बाद जीवन में सकारात्मक बदलाव आया है। वे बताते है कि बस्ती में पहले पानी कभी उपलब्ध होता था, कभी नहीं होता था। अब नागरिको कों समय पर स्वच्छ पानी नियमित रूप से मिल पाता है। खरगौन की रहने वाली श्रीमती साधना का कहना है कि महिलाओं के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है, अब महिलाओं को पानी के लिए यहॉ वहॉ नहीं भटकना पड़ रहा है। एक अन्य निवासी रमेश सोनी का कहना है कि नल कनेक्शन लग जाने से जीवन की एक बड़ी समस्या हल हो गई है। इसके साथ ही पानी की किल्लत से छुटकारा मिला है। पर्याप्त स्वच्छ जल मिलने से जीवन बीमारियों से भी सुरक्षित हो गया है। कामकाजी महिला श्रीमती अर्चना चौहान का कहना है कि नल कनेक्शन से अब समय पर घर पर ही पानी की सप्लाई हो पा रही है। अब वे समय पर कार्यालय पहुँच जाते हैं। उन्होंने पानी की गुणवत्ता पर संतोष जताया है।
मध्यप्रदेश अर्बन डेवलपमेंट कम्पनी लिमिटेड की योजना विश्व बैंक की मदद से तैयार की गई है। पिछले दिनों योजना का शुभारंभ हुआ है।