आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जैन समाज के नहीं पूरे भारत और विश्व के संत थे – मुख्यमंत्री डॉ. यादव
भोपाल
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने आज छत्तीसगढ़ प्रवास के दौरान डोंगरगढ़ में आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की जैन तीर्थक्षेत्र चंद्रगिरी डोंगरगढ़ में स्थित समाधि के दर्शन कर श्रद्धा-सुमन अर्पित किए। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को डोंगरगढ़ ट्रस्ट कमेटी के पदाधिकारियों ने आश्रम में संचालित अन्य गतिविधियों की भी जानकारी दी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. यादव का कमेटी के पदाधिकारियों ने अभिनंदन किया। उल्लेखनीय है कि जैन आचार्य श्री विद्यासागर महाराज की 18 फरवरी को समाधि ली थी। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आश्रम में संचालित चल चरखा केन्द्र का अवलोकन कर कर्मचारियों से कपड़ा बुनने की विधि की संबंध में जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कपड़े की गुणवत्ता को भी देखा।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज जैन समाज के नहीं पूरे भारत और विश्व के ऐसे संत थे, जिन्होंने विश्व के कल्याण की कामना हमेशा की है। उन्होंने आचार्य जी के अहिंसक कार्य की सराहना की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने आचार्य श्री के व्यक्तित्व और जीवन कृतित्व पर चर्चा की और उनके चलाए जा रहे प्रकल्पों की जानकारी प्राप्त की। मुख्यमंत्री डॉ. यादव को ट्रस्ट के सदस्यों द्वारा स्मृति स्वरूप आचार्य श्री विद्यासागर जी की तस्वीर भेंट की गई। इस अवसर पर श्री राहुल कोठारी और छत्तीसगढ़ के पूर्व मंत्री श्री राजेश मूणत उपस्थित थे।