JSCC पेपर लीक मामले में एसआईटी ने पटना, चेन्नई व रांची में छापेमारी की जिसके बाद 11 लोगों को हिरासत में लिया
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रांची
जेएसएसी सीजीएल क्वेश्चन लीक मामले में एसआईटी गठित की गई थी। एसआईटी ने पटना, चेन्नई व रांची में छापेमारी की है, जिसके बाद एसआईटी ने कुल 11 लोगों को हिरासत में लिया है। एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा के निर्देश पर गठित एसआईटी की ने टीम सभी से पूछताछ की जा रही है। ठोस सबूत सामने आने पर इन्हें गिरफ्तार भी किया जा सकता है।
जिन 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है उनमें से कोई भी जेएसएससी का कर्मचारी नहीं है। इनमें से कुछ ऐसे लोग हैं, जिन्होंने प्रश्न पत्र को वायरल करने का काम किया था। इस मामले में 6 अन्य संदिग्ध को भी पूछताछ के लिए लाया गया है। वहीं, इस मामले में रांची के जोनल आइजी के आवासीय कार्यालय में 8 फरवरी को जेएसएससी के कनीय पदाधिकारियों से भी पूछताछ की गई थी। इस मामले में जेएसएसी की संयुक्त सचिव मधुमिता कुमारी, उप सचिव संजय कुमार साह, अवर सचिव हरेंद्र किशोर राम और प्रधान आप्त सचिव संतोष कुमार ने मुख्य सचिव को पत्र भेज एसआईटी के पुलिस अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था।
बता दें कि राज्य के साढ़े छह लाख छात्रों ने परीक्षा में शामिल होने के लिए आवेदन दिया था। 28 जनवरी को परीक्षा के दौरान ही समान्य ज्ञान का पेपर सोशल मीडिया पर पेपर लीक हो गया था, जिस कारण परीक्षा रद्द करनी पड़ी। वहीं, जेएसएससी सीजीएल क्वेश्चन लीक मामले की सीबीआई से जांच करने की मांग को लेकर भाजपा युवा मोर्चा ने गुरुवार को राजभवन के समक्ष धरना प्रदर्शन किया। भाजयुमो प्रदेश अध्यक्ष शशांक शेखर ने कहा जेएसएससी सीजीएल क्वेश्चन लीक मामला झारखंड का एक बहुत ही संगीन मामला है। इसमें कई लोग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि जेएसएससी के अध्यक्ष पर एफआईआर दर्ज हो और हमारी मांग है की पूरी जांच सीबीआई से होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि यह पूरा मामला कहीं नहीं कहीं सीधे तौर पर सत्ता से जुड़ा हुआ है। इसमें कई मंत्री, विधायक और अधिकारी शामिल हैं।