स्वास्थ्य

कोलेस्ट्रॉल के लिए न खाएं ये आहार! जानिए और स्वास्थ्य को संरक्षित रखें

हाल ही में एक हेल्थ सर्वे में पाया गया कि 10 में से 6 भारतीयों में बेड कोलेस्ट्रॉल का स्तर असामान्य है। जिसमें 31 से 40 वर्ष के व्यक्तियों में बेड कोलेस्ट्रोल सबसे अधिक पाया गया। ऐसे में एक्सपर्ट की राय में बढ़ते कोलेस्ट्रॉल के मामलों को देखते हुए खाने से कुछ चीजों को आउट करना बेहद जरूरी है।

आज दुनिया भर में कोलेस्ट्रॉल व उसके कारण बढ़ने वाले स्ट्रोक व दिल के दौरे के मामलों में लगातार बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। जिसका कारण बढ़ती हुए भागदौड़ व अव्यवस्थित जीवनशैली है। जो दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ाने के लिए जिम्मेदार है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, पांच में से 2 अमेरिकी वयस्क कोलेस्ट्रॉल की समस्या से जूझ रहे हैं। जिस पर अगर समय रहते सतर्क नहीं हुआ गया तो स्थिति और गंभीर हो सकती है। इस संबंध में जानते हैं एक्सपर्ट राय।

क्या है कोलेस्ट्रॉल

कोलेस्ट्रॉल एक प्रकार की वसा है। जिसकी शरीर को सेल्स, हॉर्मोन्स के उत्पादन के लिए जरूरत पड़ती है। लेकिन समस्या तब पैदा होती है, जब ये शरीर में जरूरत से ज्यादा जमा हो जाता है। हूस्टन मेथोडिस्ट हॉस्पिटल में एक निवारक हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर एलियोनोरा अवनत्ति के अनुसार, अधिक जंक व चिकनाई युक्त खाना खाने की वजह से वेसल्स में ब्लोकेज होने से शरीर में रक्त का संचार सही ढंग से नहीं होता है। जो दिल की बीमारियों के खतरे को बढ़ाता है।

लिपिड पैनल टेस्ट करवाने की सलाह

रोगी में कुछ लक्षण जैसे थकान, सांस फूलना, छाती में दर्द जैसे लक्षण दिखने पर डॉक्टर शरीर में कोलेस्ट्रॉल की स्थिति को जांचने के लिए लिपिड पैनल टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। जिसके माध्यम से शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल का पता लगाया जाता है।

बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने का एकमात्र तरीके एक्सरसाइज व ईटिंग हेबिट्स को बदलना है। ऐसे में कुछ फूड्स से दूरी आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।

फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स से दूरी जरूरी

फिलाडेल्फिया में एक पंजीकृत आहार विशेषज्ञ और बी वेल विद बेथ की ओनर बेथ ऑगस्टे के अनुसार, फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स में सैचुरेटेड फैट बहुत ज्यादा मात्रा में होता है, जो सीधे तौर पर शरीर में बेड कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने का काम करते हैं। और जब बेड कोलेस्ट्रॉल साफ होने के लिए आपके लिवर में जाता है, जिससे आपके शरीर से कुछ कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकाल पाता है।

लेकिन इस सैचुरेटेड फैट की वजह से आपके लीवर पर प्रभाव पड़ता है, जिससे वो बेड कोलेस्ट्रॉल को उतना अधिक तोड़ने में सक्षम नहीं हो पाता है। आप फुल फैट डेयरी प्रोडक्ट्स की जगह लो फैट डेयरी प्रोडक्ट्स की ओर स्विच करें। जिससे आपके शरीर की जरूरतें भी पूरी हो जाएं और आपके हार्ट की हेल्थ भी सही रहे।

से नो टू रेड मीट

आहार विशेषज्ञ बेथ ऑगस्टे कहते हैं, रेड मीट जैसे बीफ, पोर्क हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोगों के लिए बिलकुल भी सही चॉइस नहीं है। क्योंकि ये सैचुरेटेड फैट्स में हाई होने के कारण शरीर को बेड कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में काफी मुश्किल होती है। ऐसे में हाई कोलेस्ट्रॉल वाले लोग इसकी मात्रा को बहुत लिमिट में खाएं। प्रोटीन को अपनी डाइट में शामिल करने के लिए दालों, हाई प्रोटीन अनाज को ज्यादा से ज्यादा शामिल करें। ये आपकी हेल्थ के लिए फायदेमंद होगा।

मीट स्किन

मीट की स्किन में सैचुरेटेड फैट बहुत ज्यादा होता है। जो आपके शरीर में कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बिगाड़ने का काम करता है। ऑगस्टे के अनुसार, इसकी जगह आपको अपनी डाइट में स्किन रहित मीट, फिश, बीन्स, दालें और टोफू को शामिल करना चाहिए। जिससे शरीर में प्रोटीन की जरूरत पूरी हो जाए।

तली हुई चीजें बिलकुल नहीं

फ्राइड फूड शायद ही कोई ऐसा हो, जिसे पसंद न हो। लेकिन फ्राइड फूड्स में ट्रांस फैट्स होता है, जो बेड कोलेस्ट्रोल के लेवल को बढ़ाकर आपकी दिल संबंधित बीमारी को बढ़ा सकता है। इसकी जगह आप हेल्दी फैट्स जैसे ओमेगा 3 फैटी एसिड्स, फिश, अलसी के बीज, अखरोट का सेवन करें। नियमित एक्सरसाइज हार्ट की हेल्थ के लिए बहुत जरूरी है।

Dinesh Kumar Purwar

Editor, Pramodan News

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